देश-दुनिया के इतिहास में 01 अक्टूबर की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। यह तारीख दुनिया के बुजुर्गों के लिए किसी बड़े दिन से कम नहीं है। संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में पूरी दुनिया में 1991 से हर साल 01 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस मनाया जाता है।
इसका मकसद बुजुर्गों को उनके अधिकार दिलवाना है। 14 दिसंबर 1990 को संयुक्त राष्ट्र की आम सभा में हर साल 01 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस मनाने का फैसला किया था। 1982 में इसका मसौदा तैयार किया गया था।
हर साल इसकी थीम अलग होती है। भारत में 2007 में माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिक भरण-पोषण विधेयक पारित किया गया। इसमें माता-पिता के भरण-पोषण, वृद्धाश्रमों की स्थापना, चिकित्सा सुविधा की व्यवस्था और वरिष्ठ नागरिकों के जीवन और संपत्ति की सुरक्षा का प्रावधान किया गया है। यह वही तारीख है जब चीन में क्विंग राजशाही का अंत हुआ और रिपब्लिक ऑफ चाइना बना। यहीं से चीन का आधुनिक इतिहास शुरू हुआ। 01 अक्टूबर, 1949 को माओ त्से तुंग ने कम्युनिस्ट पार्टी की जीत का ऐलान किया और संविधान में देश का नाम पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना रखा।