इतिहास के पन्नों में 11 जनवरीः वो महिला क्रांतिकारी जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ उठाई बंदूक

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में अक्सर पुरुष नायकों-महानायकों का ज़िक्र है लेकिन इन पन्नों से उन महान महिला क्रांतिकारियों का नाम गायब है, जिन्होंने उतनी बहादुरी और जज्बे के साथ अंग्रेजों से लोहा लिया। ऐसे ही नामों की फेहरिस्त में शामिल हैं- सरस्वती राजामणि। आजाद हिंद फौज की जासूस और बेहद कम उम्र की गुमनाम क्रांतिकारी थीं जिन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस को बहुत प्रभावित किया था।

सरस्वती का जन्म 1927 में बर्मा में हुआ। उनके पिता भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के समर्थक थे और अंग्रेजों से बचने के लिए उन्होंने बर्मा में शरण ली थी। इस तरह देशभक्ति की भावना राजामणि को विरासत में मिली। इस महिला क्रांतिकारी से जुड़ी एक कहानी यह है कि एक बार महात्मा गांधी सरस्वती राजामणि के घर गये और तब राजमणि बंदूक से निशानेबाजी का अभ्यास कर रही थीं। गांधीजी ने उनसे पूछा कि एक बच्चे को बंदूक चलाना सीखने की क्या जरूरत है। इस पर राजमणि ने कहा था, ‘अंग्रेज़ों को मारने के लिये और किसलिये?’ गांधीजी अहिंसावादी थे और राजमणि को अहिंसा का मार्ग समझाने लगे लेकिन राजमणि बचपन से यही मानती थीं कि हिंसा का मार्ग ज़्यादा प्रभावशाली होता है।

वे जब 16 साल की थीं, तब नेताजी सुभाष चंद्र बोस के भाषण से इतना प्रभावित हुईं कि अपने सारे गहने आजाद हिन्द फौज को दान कर दिए। नेताजी को इस बात का विश्वास नहीं हुआ और वो सरस्वती राजामणि से मिलने पहुंच गए। राजामणि का हौसला और जज्बा देखकर नेताजी ने उन्हें फौज का हिस्सा बना लिया। राजामणि ने अपनी दोस्त दुर्गा के साथ मिलकर ब्रिटिश कैंप की जासूसी की और कई महत्वपूर्ण जानकारियां आजाद हिन्द फौज को दीं।

सन 1957 में सरस्वती राजामणि भारत लौटीं और त्रिची में बस गईं। राजमणि का जीवन यहां आसान नहीं था और उन्हें भारत सरकार से पेंशन पाने के लिये काफ़ी मशक्कत करनी पड़ी। सरस्वती राजामणि को चेन्नई जाकर बसना पड़ा। बर्मा में पैतृक संपत्ति बेचकर जो पैसे मिले थे, उससे अपना गुज़ारा चलाने लगीं। सन 1971 में आज़ादी के सरस्वती राजामणि और फ़ौज के बाक़ी सिपाहियों को पेंशन मिलने लगी, लेकिन राजमणि का जीवन फिर भी मुश्किल भरा था। 2005 तक राजमणि एक कमरे के मकान में रहती थीं, 2005 में तमिलनाडु सरकार ने उन्हें चेन्नई में एक घर दिया। 13 जनवरी, 2018 को इस वीरांगना ने आख़िरी सांसें लीं।

अन्य अहम घटनाएंः

2020- भारतीय उद्योग परिसंघ और JPC के साथ साझेदारी में इस्पात मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के द ओबेरॉय ग्रैंड कोलकाता में एक एकीकृत स्टील हब के माध्यम से पूर्वी क्षेत्र के ‘पूर्वावोदय त्वरित विकास’ की शुरूआत का आयोजन किया। इस हब का शुभारंभ केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने किया।

-केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ‘भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र’ और ‘राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल’ का उद्घाटन किया।

2010- भारत ने उड़ीसा के बालासोर में हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल अस्त्र के दो सफल परीक्षण किए। इस मिसाइल को भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने विकसित किया है।

-भारत ने बांग्लादेश के साथ पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किया जिसमें उसे विकास संबंधी परियोजनाओं के लिए एक अरब डॉलर ऋण देने का वादा शामिल है। इनमें आतंकवाद निरोधी सहयोग को बढ़ाने के लिए तीन सुरक्षा समझौते शामिल हैं।

-दिल्ली उच्च न्यायालय की तीन जजों की पीठ ने फ़ैसला सुनाया है कि भारत के उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के दफ़्तर के लिए भी सूचना का अधिकार (आरटीआई) क़ानून के तहत सूचना देना अनिवार्य है।

2009- आईटी कम्पनी सत्यम को बचाने के लिए सरकार ने तीन नामित सदस्यों की नियुक्ति की। अचंता शरत कमल ने 70वीं सीनियर राष्ट्रीय टेबल टेनिस चैम्पियनशिप में पुरुष एकल वर्ग का ख़िताब जीता।

2008- कांग्रेस की नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने दूसरे राज्य पुनर्गठन आयोग के गठन की रूपरेखा तैयार की।

-संघर्ष विराम बहाल करने की लिट्टे की अपील को श्रीलंकाई सरकार ने ठुकराया।

2006- ओलकलाहोमा राज्य के जंगलों में लगी आग को अमेरिकी राष्ट्रपति जार्ज डब्ल्यू बुश ने संघीय आपदा की घोषणा की।

2005- यूक्रेन में दोबारा हुए राष्ट्रपति चुनाव में पश्चिम समर्थक विपक्षी उम्मीदवार विक्टर युश्चेंको विजेता घोषित।

-रिलायंस ने बी.एस.एन.एल. को 84 करोड़ रुपये चुकाए।

2004- अहमदाबाद में हुए बलात्कार कांड का आरोपित दिल्ली के नर्सिंग होम से गिरफ़्तार।

2002- पेट्रोल व डीजल के दामों में कमी। ट्राई ने बीएसएनएल को एसटीडी दरों में कमी की मंजूरी प्रदान की।

2001- भारत और इंडोनेशिया के मध्य पहली बार रक्षा समझौता।

1999- शहरी भूमि सीमा क़ानून निरस्त।

1998- लुईस फ़्रेचेट (कनाडा) सं.रा. संघ की उपमहासचिव नियुक्त।

1995- कार्टहेना, कोलम्बिया में विमान दुर्घटना में 52 व्यक्ति मारे गये।

-सोमालिया में दो वर्ष से चल रहे संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिक अभियान समाप्त।

1993- सुरक्षा परिषद ने खाड़ी युद्धविराम का उल्लघंन करने के लिए चेतावनी दी।

1973- बांग्लादेश को पूर्वी जर्मनी ने मान्यता प्रदान की।

1970- अलग हुआ बियाफ्रा राज्य नाईजीरियाई सरकार के हमले को नहीं झेल पाया और आत्मसमर्पण कर दिया।

1962- हिमस्खलन से पेरुवियन एंडेस गाँव में तीन हज़ार मौतें हुई।

1955- भारत के अख़बारी काग़ज़ का उत्पादन प्रारम्भ हुआ।

1945- यूनानी गृहयुद्ध में संघर्ष विराम हुआ।

1943- ब्रिटेन और अमेरिका ने चीनी क्षेत्र में अपना दावा वापस ले लिया।

1942- द्वितीय विश्वयुद्ध में जापान ने कुआलालंपुर पर अधिकार किया।

1866- आस्ट्रेलिया जाते समय लंदन नामक जहाज़ में हुई दुर्घटना में 231 व्यक्ति डूब गये।

1753- स्पेन नरेश जोकिन मुरात ने नेपोलियन बोनापार्ट का साथ छोड़ दिया।

1681- ब्रैडेनबर्ग और फ़्राँस के बीच रक्षा गठबंधन हुआ।

1613- जहाँगीर ने ईस्ट इंडिया कम्पनी को सूरत में कारख़ाना लगाने की अनुमति दी।

1569- इंग्लैण्ड में पहली लाटरी का शुभारम्भ हुआ।

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