देश-दुनिया के इतिहास में 13 जनवरी की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। इस तारीख की याद आते ही पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के लोग कांप जाते हैं। भारत की आजादी से पहले देश में 13 जनवरी, 1946 को हिंदू और मुसलमानों के बीच भयानक दंगे हुए थे। इन दंगों में लगभग दो हजार लोग मारे गए थे।
अकेले कोलकाता में इस दंगे में कम से कम 100 लोग मारे गए और 400 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। दंगों की चपेट में कोलकाता के आसपास के जिले भी आ गए थे। पुलिस ने लगभग सात हजार लोगों को हिरासत में लिया। बेकाबू होती स्थिति देखकर कोलकाता के पांच थाना क्षेत्रों में 24 घंटे का कर्फ्यू लगाना पड़ा था।
यह दंगे जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर की एक मस्जिद से इस्लाम धर्म के संस्थापक पैगंबर मोहम्म्द से जुड़ी एक खास चीज के गायब होने के बाद भड़के थे। इसकी प्रतिक्रिया में तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान और आज के बांग्लादेश में दंगे भड़के। इनमें 29 हिंदू मारे गए। इसकी व्यापक प्रतिक्रिया हुई और कोलकाता दंगों की लपटों से घिर गया।