मुंबई : मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया से एलीफेंटा जा रही नाव के समुद्र में डूबने से अब तक 13 यात्रियों की मौत हो गई है। नाव में सवार 88 यात्रियों में से 70 से ज्यादा लोगों को बचा लिया गया है और 5 लोग लापता हैं। नौसेना, भारतीय तटरक्षक और बचाव दल की टीम लापता यात्रियों को खोज रही हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना के बाद राहत और बचाव अभियान तेज करने का आदेश दिया है।
दोपहर में हुए इस हादसे को शिवसेना यूबीटी के विधायक सचिन अहीर ने नागपुर में चल रहे विधानपरिषद में उठाया और मुख्यमंत्री से मामले की जानकारी दिए जाने की मांग की। इस पर मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि, ‘हमें रिपोर्ट मिली है कि एलीफेंटा जा रही नीलकमल नाव दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। तत्काल सहायता के लिए नौसेना, तटरक्षक बल, बंदरगाह, पुलिस टीमों की नौकाएं भेजी गई हैं। हम जिला एवं पुलिस प्रशासन से लगातार संपर्क में हैं, बचाव कार्य अभी भी जारी है। जिला प्रशासन को उन सभी प्रणालियों को बचाव कार्य में लगाने के आदेश दिए गए हैं।
मुंबई नगर निगम सूत्रों ने बताया कि हादसाग्रस्त नीलकमल नामक नाव बुधवार को दोपहर सवा तीन बजे एलीफेंटा पर्यटन स्थल की ओर रवाना हुई थी। इस नाव की कुल क्षमता 130 व्यक्तियों की थी, लेकिन नाव में 80 यात्री और 5 नाव के वर्कर सवार थे। नाव एलीफेंटा से करीब तीन किलोमीटर दूर उरन कारंजा के पास थी, उसी समय नेवी की स्पीड बोट ने नाव को जोरदार टक्कर मार दी, जिससे नाव पलट गई। इस घटना की जानकारी मिलते ही नौसेना, जेएनपीटी, तटरक्षक बल, येलोगेट पुलिस स्टेशन 3 और स्थानीय मछली पकड़ने वाली नौकाओं की मदद से राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि मैंने साढ़े तीन बजे ये नाव पकड़ी। 10 किलोमीटर अंदर जाने के बाद एक स्पीडबोट ने हमारी नाव को टक्कर मार दी। इसके बाद हमारी नाव में पानी आने लगा। उस वक्त हमारे ड्राइवर ने हमें लाइफ जैकेट पहनने के लिए कहा। जब तक मैं ऊपर से नीचे आया और लाइफ जैकेट पहना, तब तक नाव में पानी भर चुका था। मैं लगभग 15 मिनट तक तैरता रहा। तब तक दूसरी नाव आ गई और बचाया। हमारी नाव में छोटे-छोटे बच्चे थे। हमें शुरू में लाइफ जैकेट भी नहीं दी गई, जब नाव में पानी आ गया तो हमें लाइफ जैकेट दी गई।