कोलकाता : दक्षिण 24 परगना जिले के सुंदरवन तटीय क्षेत्र के केंदो द्वीप पर बाघ के डर से 17 बांग्लादेशी मछुआरे दो दिनों तक पेड़ पर चढ़कर बैठे रहे।
सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने वन विभाग के साथ मिलकर सभी को सुरक्षित बचाया है। पुलिस के सूत्रों ने बताया है कि 15 अगस्त को बांग्लादेश के पाथरघाटा से 10 ट्रेलर में सवार होकर 19 मछुआरे मछली पकड़ने के लिए समुद्र में उतरे थे। मौसम बिगड़ने के बाद समुद्र के बीच में इन मछुआरों का ट्रेलर डूब गया जिसमें दो मछुआरे डूब गए हैं। बाकी मछुआरों ने डूबे हुए ट्रॉलर से तैरने वाली चीजों को जोड़कर एक अस्थाई नाव बनाई जिस पर बैठकर समुद्र के पानी के साथ बहते हुए भारत पहुंच गए थे।
वह सुंदरवन के केंदो द्वीप पर पहुंचे थे। वहां थोड़ी ही देर के बाद एक बाघ नजर आया जो इन मछुआरों पर हमले के फिराक में था। जान का खतरा देख सारे मछुआरे पेड़ पर चढ़ गए और दो दिनों तक वहीं बैठे रहे। आसपास से कोई नहीं गुजर रहा था जिसकी वजह से इन्हें कोई मदद नहीं मिल रही थी। रविवार की सुबह एक ट्रॉलर पास से गुजरा जिस पर मछुआरे सवार थे। यह भारतीय ट्रॉलर था जिसे देखने के बाद इन मछुआरों ने मदद के लिए आवाज लगाई। इसके बाद भारतीय ट्रॉलर रुका और इनके बारे में पुलिस को जानकारी दी गई। इन सभी बांग्लादेशी मछुआरों को फिलहाल सुरक्षित बचा कर हिरासत में रखा गया है। अंतरराष्ट्रीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों को इनके बारे में जानकारी दे दी गई है जिसके बाद इन्हें सुरक्षित बांग्लादेश वापस भेजने की तैयारी की जा रही है।