कोलकाता : कोलकाता नगर निगम (केएमसी) में 177 करोड़ के घाटे का बजट पेश किया गया है। बजट में नगर निगम की सभी सेवाओं को ऑनलाइन करने और महानगर का सुंदरीकरण करने के साथ ही इसे जलजमाव व कचरे की समस्या से मुक्ति देने के लिए काम करने पर जोर दिया गया है।
बुधवार को वित्त वर्ष 2022-23 के लिए केएमसी का बजट पेश करते हुए मेयर फिरहाद हकीम ने कहा कि कोरोना की वजह से नगर निगम को नुकसान हुआ है। कोलकातावासियों ने कोरोना को मात दे दी है और अब लोग समय पर टैक्स भर रहे हैं। अब शहर के सुन्दरीकरण पर विशेष तौर पर काम किया जाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि नगर निगम की सारी सेवाएं ऑनलाइन की जा रही हैं। खासकर सर्टिफिकेट के संबंध में अब किसी को भी निगम में नहीं आना होगा और ऑनलाइन जरिए से ही सर्टिफिकेट मिल जाएगा। इसके अलावा कोलकाता में होने वाले जल-जमाव को दूर करने के लिए गरिया में 10 मिलियन गैलन क्षमता वाला पम्पिंग स्टेशन बनाया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि 109 पंपिंग स्टेशन बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा कोलकाता में कचरा का अंबार बन चुके धापा से अगले दो सालों में कचरे को हटाने की योजना बनाई गई है।
हकीम ने बताया कि महानगर में 30 फ़ीसदी पेड़ों की कमी आई है। कोलकाता को हरित शहर बनाने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि लोग बढ़-चढ़कर पेड़ लगाएं, इसके लिए नगर निगम की ओर से विशेष योजनाएं चलाई जाएंगी। इसके अलावा 12 साल के बच्चों के टीकाकरण को लेकर उन्होंने कहा कि नगर निगम इसके लिए तैयार है और हरी झंडी मिलते ही इसकी शुरुआत कर दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि कोलकाता में तीन हजार से अधिक तालाब हैं, जिनके रख-रखाव पर विशेष तौर पर ध्यान दिया जाएगा। इसके अलावा महानगर की सुंदरता बनाए रखने के लिए राजनीतिक विज्ञापनों को तीन दिनों के अंदर हटाना होगा नहीं तो जुर्माना लगाया जाएगा। अगर कोई तालाब को भर कर घर बनाता है तो यह पार्षदों को जिम्मेदारी दी गई है कि उनके बारे में नगर निगम और लालबाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय को जानकारी दे। इसके अलावा नगर निगम के स्कूलों में अंग्रेजी मीडियम शुरू करने और इंटरनेट के जरिए पठन-पाठन भी शुरू करने की योजना के बारे में उन्होंने सदन को बताया।