भारत में सिक्के के रूप में पहली बार 19 अगस्त, 1757 को एक रुपए की मुद्रा जारी की गई। एक रुपए मूल्य का यह सिक्का ईस्ट इंडिया कंपनी ने जारी किया था। जिसकी ढलाई कलकत्ता के टकसाल में हुई थी।
दरअसल उसी समय प्लासी का युद्ध खत्म हुआ था और ईस्ट इंडिया कंपनी के जरिये भारत में ब्रिटिशराज की शुरुआत हुई। बंगाल के नवाब से संधि के बाद ईस्ट इंडिया कंपनी को सिक्का बनाने का अधिकार मिल गया। इसके लिए कलकत्ता में टकसाल की स्थापना कर इसकी शुरुआत हुई। खास बात यह है कि उस समय देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग मुद्राएं प्रचलन में थीं।
इस वजह से व्यापार में आ रही दिक्कतों को दूर करने के लिए साल 1835 में यूनिफ़ॉर्म कॉइनेज एक्ट पारित किया गया और फिर पूरे देश में एक ही मुद्रा प्रचलन में आ गई। अलग-अलग मुद्राओं का चलन खत्म होने लगा, तब तक अंग्रेज पूरे देश पर काबिज हो चुके थे। ईस्ट इंडिया कंपनी ने साल 1613 में पहली टकसाल सूरत में स्थापित की। उसके बाद अहमदाबाद और बॉम्बे में भी इसे स्थापित किया गया, लेकिन एक रुपए के सिक्के जारी करने का श्रेय कलकत्ता टकसाल के खाते में दर्ज है।