इतिहास के पन्नों में 23 दिसंबरः उस दिन को याद कर आज भी सिहर उठते हैं लोग जब देखते-देखते जिंदा जल गए 442 लोग

23 दिसंबर 1995 को हरियाणा के डबवाली में भयावह अग्निकांड हुआ था, जिसे याद कर आज भी लोग सिहर उठते हैं। सिरसा जिले के डबवाली के डीएवी स्कूल में वार्षिकोत्सव मनाया जा रहा था। बच्चे सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियां दे रहे थे।

पंडाल से घिरे समारोह स्थल पर काफी संख्या में स्कूली बच्चे और उतनी ही बड़ी तादाद में अभिभावक मौजूद थे। अचानक पंडाल में लगी आग ने सब कुछ तहस-नहस कर दिया। पंडाल के पास खाना बनाने के लिए गैस सिलेंडर रखा था, जिसमें आग लग गई। जिसके बाद बिजली के तार से लेकर पास रखे जनरेटर में डीजल होने के कारण आग भड़क गई। हर तरफ तबाही मच गई। पंडाल के ऊपर तिरपाल थी जिसकी पॉलिथीन में आग लगने से वह पिघलती हुई लोगों पर गिरी और देखते ही देखते लाशों का ढेर लग गया। देखते ही देखते 248 बच्चे और 150 महिलाओं समेत कुल 442 लोग जिंदा जल गए। शवों के अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट छोटा पड़ गया था। इसके चलते लोगों ने खेत-खलिहानों में शवों को दफनाया और अंतिम संस्कार किया। जिस जगह पर ये हादसा हुआ था आज यहां अग्निकांड स्मारक है।

अन्य प्रमुख घटनाएंः

1672- खगोलविद् जियोवनी कैसिनी ने शनि के उपग्रह ‘रिया’ की खोज की थी।

1914- प्रथम विश्व युद्ध में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की सेना मिस्र की राजधानी काहिरा पहुंची।

1921- विश्व-भारती विश्वविद्यालय का उद्घाटन।

1922- बीबीसी रेडियो से दैनिक समाचार प्रसारण शुरू।

1926- प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक, दलितों के हितैषी, स्त्री शिक्षा के समर्थक और आर्य समाज प्रचारक स्वामी श्रद्धानंद की हत्या।

1995- हरियाणा के मंडी डबवाली में एक स्कूल के कार्यक्रम में आग लगने से 442 लोगों की मौत हुई थी।

2000- पश्चिम बंगाल की राजधानी कलकत्ता का नाम आधिकारिक तौर पर बदलकर कोलकाता किया गया था।

2008- सॉफ्टवेयर कम्पनी सत्यम पर विश्व बैंक ने प्रतिबंध लगाया था।

2019- सऊदी अरब के पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के मामले में पांच लोगों को मौत की सजा सुनाई गई थी।

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