हिंदी सिनेमा के बेहतरीन अभिनेताओं में भारत भूषण का नाम शामिल है। कालिदास, तानसेन, कबीर और मिर्जा गालिब जैसे चरित्रों को नया रूप देने वाले अभिनेता भारत भूषण का जन्म 14 जून 1920 को उत्तर प्रदेश के मेरठ में हुआ।
उन्होंने भक्त कबीर (1942), भाईचारा (1943), सुहागरात (1948), उधार (1949), रंगीला राजस्थान (1949), एक थी लड़की (1949), राम दर्शन (1950), किसी की याद (1950), भाई-बहन (1950), आंखें (1950), सागर (1951), हमारी शान (1951), आनंदमठ और मां (1952) फिल्मों में काम किया।
50 के दशक में जब फिल्मी दुनिया पर राजकपूर, देवानंद और दिलीप कुमार का राज था, उस दौर में भारत भूषण ने अपनी अलग पहचान बनाई। उन्होंने करीब 30 फिल्में कीं जिनमें बैजू बावरा, आनदमंठ, मिर्जा गालिब और मुड़-मुड़ के ना देख- को हिंदी सिनेमा की बेहतरीन फिल्मों में गिना जाता है।
हालांकि जीवन के आखिरी दौर में उनकी आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो गई कि गुजारा चलाने के लिए उन्हें दोयम दर्जे की फिल्मों में छोटी भूमिकाएं करने को मजबूर होना पड़ा था। 27 जनवरी 1992 में भारत भूषण का निधन हो गया।