इतिहास के पन्नों में 28 अक्टूबरः ‘स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी’ का लोकार्पण

न्यूयॉर्क के लिबर्टी द्वीप पर खड़ी ‘स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी’ का लोकार्पण 28 अक्टूबर 1886 को राष्ट्रपति ग्रोवर क्लीवलैंड ने किया था। यह अमेरिका और फ्रांस की दोस्ती का प्रतीक है। स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी का पूरा नाम लिबर्टी एनलाइटिंग द वर्ल्ड है। प्रतिमा का नाम रोमन देवी लिबर्टस के नाम पर रखा गया है, जो रोमन पौराणिक कथाओं में स्वतंत्रता का प्रतीक है।

यह स्टैच्यू जुलाई 1884 में फ्रांस में बनी थी और वहां से अमेरिका लाने के लिए इसके 350 टुकड़े कर 214 बक्सों में पैक किया था। स्टैच्यू को पेरिस से न्यूयॉर्क पहुंचने में 4 महीने का समय लगा था। मूर्ति के मुकुट पर 7 किरणें हैं, जो दुनिया के 7 महाद्वीपों और 7 महासागरों का प्रतीक है। मूर्ति के एक हाथ में मशाल है दूसरे हाथ में किताब। तांबे की यह मूर्ति 151 फुट लंबी है और 22 मंजिला इस मूर्ति के ताज तक पहुंचने के लिये 354 घुमावदार सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। 1984 में यूनेस्को ने इसे ग्लोबल हेरिटेज साइट बनाया था। इस मूर्ति को देखने रोजाना करीब 12 से 14 हजार पर्यटक आते हैं।

अन्य अहम घटनाएंः

1886- अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति ग्रोवर क्लीवलैंड ने दोस्ती के प्रतीक के तौर पर फ्रांस से उपहार में मिली ‘स्टैच्यु ऑफ लिबर्टी’ का औपचारिक अनावरण किया।

1891- जापान में भूकंप से 7300 लोगों की मौत।

1918- आस्ट्रिया और हंगरी के अलग होने के बाद चेकोस्लोवाकिया स्वतंत्र हुआ।

1954- अर्नेस्ट हेमिंग्वे को साहित्य का नोबल पुरस्कार मिला।

1955- मिस्त्र और सऊदी अरब ने रक्षा संधि पर हस्ताक्षर किए।

1998- इंटरपोल की 67वीं आमसभा अत्याधुनिक तकनीक आतंकवाद और अन्य आधुनिक संगठित अपराधों से निपटने की नयी रणनीति के साथ समाप्त।

2001- जर्मनी के चांसलर गेरहार्ड श्रोडर भारत की यात्रा पर आये।

2004- बीजिंग में 4000 वर्ष पुराने मकबरों का पता लगा।

2009- पाकिस्तान के पेशावर में बम धमाके से 117 मरे, 213 घायल।

2012- सीरिया में संघर्ष विराम का उल्लंघन, 128 लोग मारे गये।

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