इतिहास के पन्नों में 29 सितंबरः अंग्रेजों की गोलियां चलती रही, राष्ट्रीय ध्वज लेकर आगे बढ़ती रही वीरांगना

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में प्राणों की आहुति देने वाली वीरांगनाओं में मातंगिनी हजारा का नाम बड़े सम्मान से लिया जाता है। सन् 1942 में ‘भारत छोड़ो आन्दोलन’ के दौरान 29 सितम्बर को तामलुक कचहरी और पुलिस लाइन पर कब्जा करने के लिए बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी आगे बढ़े। अंग्रेज अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को रुकने के लिए कहा लेकिन मातंगिनी हजारा ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए राष्ट्रीय ध्वज लेकर अपने पुरुष साथियों को पीछे छोड़ते हुए जुलूस में सबसे आगे निकल गईं।

इसी समय उन पर गोलियां दागी गई लेकिन कदम पीछे नहीं किए। 72 वर्षीया इस बुजुर्ग वीरांगना ने देश पर जान न्योछावर कर दिया। इस वीरांगना का जन्म 19 अक्टूबर 1870 को बंगाल के मिदनापुर जिले में हुआ था। उन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन से पहले नमक सत्याग्रह में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था और जेल की सजा हुई थी।

अन्य अहम घटनाएंः

1650- इंग्लैंड में पहले मैरिज ब्यूरो की शुरुआत हुई।

1789- अमेरिका के युद्ध विभाग ने स्थायी सेना स्थापित की।

1836- मद्रास चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की स्थापना हुई।

1911- इटली ने ऑटोमन साम्राज्य के खिलाफ युद्ध की घोषणा की।

1915- टेलीफोन से पहला अंतर महाद्वीपीय संदेश भेजा गया।

1927- अमेरिका और मैक्सिको के बीच टेलीफोन सेवा की शुरुआत।

1959- आरती साहा ने इंग्लिश चैनल को तैर कर पार किया।

1962- कोलकाता में बिड़ला तारामंडल खुला।

1971- बंगाल की खाड़ी में चक्रवातीय तूफान से करीब 10 हजार लोगों की मौत हुई।

1977- सोवियत संघ ने स्पेस स्टेशन साल्युत 6 को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किया।

2000- चीन की मुन्चोनाक कोयला खान में 100 लोगों की मृत्यु।

2001- संयुक्त राष्ट्र ने आतंकवाद विरोधी अमेरिकी प्रस्ताव पारित किया।

2002- बुसान में 14वें एशियाई खेलों का उद्घाटन।

2003- ईरान ने यूरेनियम परिशोधन कार्यक्रम जारी रखने का निर्णय लिया।

2006- विश्व की पहली महिला अंतरिक्ष पर्यटक ईरानी मूल की अमेरिका नागरिक अनुशेह अंसारी पृथ्वी पर सकुशल लौटीं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *