इतिहास के पन्नों में 9 अक्टूबरः ‘रामायण’ की चौपाइयों की आवाज बन घर-घर लोकप्रिय हुए थे रवींद्र जैन

सुमधुर धुनें और सुरीले नगमे, रवींद्र जैन के विराट व्यक्तित्व का सहज परिचय कराते हैं। संगीतकार, गीतकार और गायक के रूप में उन्होंने हिंदी सिनेमा को कई सदाबहार नगमे दिये। रामानंद सागर की सुप्रसिद्ध रामायण धारावाहिक में उनकी गायी चौपाइयों ने उन्हें घर-घर पहुंचा दिया था। 71 वर्ष की उम्र में 9 अक्टूबर 2015 को इस महान कलाकार ने दुनिया को अलविदा कह दिया।

28 फरवरी 1944 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में जन्मे रवीन्द्र जैन जन्म से नेत्रहीन थे। उन्होंने प्रयाग संगीत समिति से शास्त्रीय संगीत की दीक्षा ली थी। 1971 में उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की, जब उनके संगीत निर्देशन में पहली बार पांच गाने रिकॉर्ड हुए। 1972 में कांच और हीरा की असफलता के बाद उन्होंने फिल्म चोर मचाए शोर, चितचोर, तपस्या, दुल्हन वही जो पिया मन भाए, अंखियों के झरोखों से, राम तेरी गंगा मैली, हिना, इंसाफ का तराजू, प्रतिशोध जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में संगीत दिया। रवींद्र जैन ने कई प्रसिद्ध गीत भी लिखे। रवींद्र जैन को साल 2015 में भारत सरकार ने पद्मश्री पुरस्कार दिया। उससे पहले राम तेरी गंगा मैली के संगीत के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ संगीतकार का फिल्मफेयर भी मिला था।

अन्य अहम घटनाएंः

1876-पहली बार टेलीफोन पर आउट वायर के जरिए दोतरफा बातचीत हुई। इसके बाद 1947 में चलती हुई कार और प्लेन में बैठे दो लोगों ने बातचीत की थी। साल 1959 में ऑटो रिक्शा और प्लेन में चलते हुए लोगों ने बात की।

1962- अफ्रीकी देश युगांडा गणतंत्र बना।

1967- अर्जेंटीना के प्रसिद्ध मार्क्सवादी चेग्वेरा की हत्या।

1970- बम्बई के भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र में यूरेनियम 233 का उत्पादन।

1997- इटली के अभिनेता और लेखक डारियो फो को साहित्य का नोबल पुरस्कार दिया गया।

1998- पाकिस्तान की नेशनल असेंबली ने इस्लामी शरीयत कानून को देश के सर्वोच्च कानून के रूप में अनुमोदित किया।

2002- भौतिकी का नोबेल पुरस्कार अमेरिका के रैमण्ड डेविस और जापान के कोषिबा को संयुक्त रूप से देने की घोषणा की गई।

2005- यूरोपीय उपग्रह ‘क्रायोसेट’का प्रक्षेपण विफल।

2006- गूगल ने यू-ट्यूब के अधिग्रहण की घोषणा की।

2007- चीन ने भारत पर समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाया।

2008- केन्द्र सरकार ने तेल को माफ़िया से बचाने के लिए विशेषज्ञों की एक समिति बनाई।

2012- पाकिस्तान में महिला शिक्षा को लेकर मुखर मलाला युसुफजई को स्कूल जाते समय तालिबानी बंदूकधारियों ने गोली मारी। मलाला हमले में बच गईं। साल 2014 में मलाला को नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

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