कोलकाता : पैटन समूह के एमडी व बीजीबीएस के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार समिति के सह-अध्यक्ष संजय बुधिया ने कोलकाता में आयोजित हुए 2 दिवसीय बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘इससे बड़ा और बेहतर आयोजन नहीं हो सकता था। पिछले 48 घंटों में हमने जो देखा है वह वाकई अद्भुत है। माननीय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साबित कर दिया है कि अगर हम करना चाहते हैं, तो हम कर सकते हैं। एक बार जनजीवन सामान्य हो जाने पर कोविड के बाद इस तरह का भव्य और सफल बिजनेस समिट आयोजित करने वाला पश्चिम बंगाल एकमात्र राज्य और पहला राज्य है। जैसा कि किसी ने ठीक ही कहा है कि जीवन और आजीविका दोनों को एक साथ चलने की जरूरत है। कितना अच्छा अहसास होता है जब हमारी मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक औद्योगिक महोत्सव है।’
बुधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री के अनुसार हमारे अन्य त्योहारों की तरह, यह उद्योग का त्योहार है जहां उद्योग के वरिष्ठ लीडर्स, भारत भर के प्रतिनिधि और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सभी एक साथ इकट्ठे होते हैं। 40 देशों की भागीदारी, बंगाल में विश्वास की पुष्टि करती है। वे सभी बहुत खुश हैं, बेहद उत्साहित हैं।
गौतम अडानी, विक्रम किर्लोस्कर, ऋषद प्रेमजी, टाटा स्टील के एमडी टी वी नरेंद्रन, हिंदुस्तान लीवर के अध्यक्ष संजीव मेहता, बजाज समूह के संजीव बजाज, सेल अध्यक्ष सोमा मंडल, दर्शन हीरानंदानी, अपोलो की सुनीता रेड्डी और कई अन्य सभी इस सबसे बड़े उद्योग शिखर सम्मेलन में एक ही छत के नीचे आए। मुख्यमंत्री ने फिर से पुष्टि की है कि 1 प्लस 1, 11 है और उद्योग जगत के लीडर्स के साथ 6 क्षेत्रीय समितियों का गठन किया है। यह सरकार के बीच एक सामूहिक, सहयोगी संयुक्त प्रयास है। सीएम, समितियों को पहले ही महीने में एक बार बैठक करने का काम दे चुकी हैं और उन्हें खास लक्ष्य भी दिया है। लोग वास्तव में विश्व बांग्ला मेला प्रांगण और विश्व बांग्ला कन्वेंशन सेंटर के बारे में बात कर रहे हैं। वरिष्ठ उद्योग जगत के लीडर्स, जिनके नाम का मैंने ऊपर उल्लेख किया है, जब हम दोपहर का भोजन कर रहे थे, मैंने उनसे अनौपचारिक रूप से पूछा कि क्या उनमें से किसी के पास मुंबई, दिल्ली, पुणे, हैदराबाद, चेन्नई या बेंगलुरु में समान सुविधा है और वे सभी वास्तव में इस तरह की विश्व स्तरीय सुविधाओं के साथ तुलनात्मक जवाब देने में सक्षम नहीं थे। पश्चिम बंगाल न केवल पूर्वी भारत, उत्तर पूर्वी भारत बल्कि पड़ोसी राज्यों से भी अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार, प्रदर्शनियों, मेगा सम्मेलनों को आकर्षित करेगा, जिसमें बहुत बड़ा आर्थिक गुणक होगा।
अगले साल के शिखर सम्मेलन की तारीखों की घोषणा पहले ही कर दी गई है – 1, 2 और 3 फरवरी, 2023! दीदी के जमाने में ‘रेस्ट’ नाम की कोई चीज नहीं है बस हमें ‘बेस्ट’ बनना होता है।’