कोलकाता : नदिया जिले के हाँसखाली में हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तार मुख्य अभियुक्त ब्रज गोपाल ग्वाली के पिता और तृणमूल नेता समरेंद्र ग्वाली को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। मंगलवार दोपहर 2:00 से 2:30 घंटे पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। आरोप है कि बेटे और उसके साथियों के वारदात के बारे में जानकारी होने के बावजूद समरेंद्र ने मामले पर पर्दा डालने के लिए साक्ष्यों को मिटाया, पीड़ित परिवार को धमकी दी और दबाव बनाकर बिना किसी दस्तावेज पीड़ित का अंतिम संस्कार रात को ही करवाया।
केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों ने बताया है कि वारदात के बाद से ही समरेंद्र फरार हो गया था। वह नदिया के ही बगुला में छिपा था। केंद्रीय एजेंसियों को उसके बारे में जानकारी मिली। इसके बाद मंगलवार सुबह उसे पूछताछ के लिए बुला लिया गया। पुलिस ने उसको पत्नी के साथ आने को कहा था लेकिन पत्नी नहीं पहुंची। समरेंद्र के आने के बाद उसे उसके बेटे बृजगोपाल के साथ बैठाकर पूछताछ शुरू की गई। पता चला है कि वारदात वाली रात पीड़ित को उसके बेटे ने खुद अपने बर्थडे में बुलाया था।
समरेंद्र को वारदात के बारे में पूरी जानकारी थी। यहां तक कि जब दुष्कर्म की घटना हो गई तो सूर्योदय से पहले पीड़ित के घर भी समरेंद्र गया था। माँ-बाप पर बिना किसी दस्तावेज जल्द से जल्द अंतिम संस्कार करने का दबाव बनाया। मंगलवार सुबह ही सीबीआई ने समरेंद्र को पूछताछ के लिए बुलाया लेकिन वह अपराह्न के समय पहुंचे। उसे उसके बेटे ब्रज गोपाल के साथ बैठाकर पूछताछ की गई। जानकारी मिली कि बर्थडे पार्टी में ब्रजगोपाल और उसके साथी 14 साल की बालिका के साथ दुष्कर्म कर रहे थे। इस बारे में ब्रज गोपाल के पिता को भी जानकारी हो गई थी लेकिन सब कुछ जानते हुए भी वह खामोश रहे।