कोलकाता : पश्चिम बंगाल के पिंगला, शांतिनिकेतन, नेत्रा, नामखाना, मयनागुड़ी सहित दुष्कर्म के नौ मामलों में राज्य पुलिस ने सोमवार को रिपोर्ट और केस डायरी पेश की। मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव और न्यायमूर्ति राजर्षि भारद्वाज के खंडपीठ में पुलिस की ओर से रिपोर्ट पेश की गई है। मामले में जांच की प्रगति को लेकर खंडपीठ ने पुलिस पर भरोसा जताया है और मामले की अगली सुनवाई के लिए 4 मई की तारीख मुकर्रर की है।
सुनवाई के दौरान कोर्ट में यह मामला भी उठा कि अधिकतर घटनाएं रात के समय हुईं क्योंकि यहां सड़कों पर प्राप्त रोशनी की व्यवस्था आदि नहीं है। इसके बाद राज्य सरकार से इस बाबत कोर्ट ने रिपोर्ट तलब की है कि राज्य के ग्रामीण अंचलों में सड़कों पर लाइटिंग की व्यवस्था क्यों नहीं है। हालांकि राज्य सरकार की ओर से महाधिवक्ता सोमेंद्र नाथ मुखर्जी ने बताया कि कहां कितनी लाइट की जरूरत है यह निर्णय स्थानीय प्रशासन लेता है। उनसे रिपोर्ट लेकर कोर्ट में जमा कराई जाएगी।
उल्लेखनीय है कि कोलकाता पुलिस की स्पेशल सीपी आईपीएस दमयंती सेन को कोर्ट ने राज्य में दुष्कर्म के मामलों की जांच की जिम्मेवारी सौंपी है। अपने सख्त तेवर और कानून के प्रति अदम्य विश्वास के लिए जानी जाने वाली दमयंती सेन राज्य में लेडी सुपरकॉप के नाम से जानी जाती हैं। 2011 में ममता बनर्जी की सरकार आने के बाद 2012 में कोलकाता के मशहूर पार्क स्ट्रीट में एंग्लो इंडियन महिला का सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। ममता ने इस घटना को फर्जी करार दिया था लेकिन दमयंती सेन ने इसकी जांच सख्ती से की थी और अपराधी को सलाखों के पीछे पहुंचाने में कामयाबी हासिल की थी।