◆ अमित शाह पहुँचे घटनास्थल पर
◆ भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस में धक्का-मुक्की
कोलकाता : महानगर के काशीपुर थाना इलाके में भाजपा युवा मोर्चा के नेता अर्जुन चौरसिया की मौत के बाद क्षेत्र में हालात काफी तनावपूर्ण हो गए हैं। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शुक्रवार की सुबह शव मिलने के करीब छह घंटे बाद पुलिस उसे अपने कब्जे में ले सकी है। सुबह से कई बार पुलिस के अधिकारी और कर्मचारियों ने अर्जुन के शव को कब्जे में लेने की कोशिश की लेकिन बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं ने लाठी-डंडे लेकर पुलिस को घेर लिया था और हत्या का आरोप लगाकर हंगामा कर रहे थे। पुलिस ने कई बार उन्हें समझाने-बुझाने की कोशिश की लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने माँगी रिपोर्ट
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी जानकारी मिलने के बाद उत्तर बंगाल से कोलकाता पहुंचने के बाद सीधे घटनास्थल पर पहुँचे।उन्होंने अर्जुन चौरसिया के परिजनों से भी बात की। संवाददाताओं से बातचीत करते हुए अमित शाह ने अर्जुन चौरसिया की हत्या को राजनीतिक करार देते हुए कहा कि ममता बनर्जी सरकार के तीसरे कार्यकाल की पहली वर्षगाँठ मनायी जा रही है लेकिन राजनीतिक हिंसा थम नहीं रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी अपने कार्यकर्ताओं के साथ चट्टान की तरह खड़ी रहेगी।
उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से रिपोर्ट माँगी है। उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट ने पश्चिम बंगाल में भ्रष्टाचार और अपराधों की जितनी घटनाओं की जाँच सीबीआई से कराने का आदेश दिया है, ऐसा कहीं भी कभी भी नहीं हुआ। कोर्ट के आदेश से स्पष्ट होता है कि राज्य में क़ानून व व्यवस्था ठीक नहीं है, पुलिस अपना काम नहीं कर रही है।
सीबीआई जांच की मांग पर अड़ा परिवार
मृतक अर्जुन चौरसिया के घर वालों ने बताया है कि गुरुवार रात से ही अर्जुन लापता थे। सुबह के समय फंदे से लटका हुआ शव मिला है। आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस के लोगों ने उसकी हत्या की है। घरवालों ने सीबीआई जांच की मांग की है।
स्थानीय विधायक और दिलीप घोष भी पहुंचे
इधर घटना की सूचना मिलने के बाद स्थानीय विधायक अतिन घोष मौके पर पहुंचे। वे भाजपा कार्यकर्ताओं के विरोध की वजह से घर वालों तक नहीं पहुंच सके। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष भी मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने घरवालों से बातचीत की है। उत्तर कोलकाता जिला भाजपा अध्यक्ष कल्याण चौबे ने दावा किया है कि तृणमूल कांग्रेस के लोगों ने ही अर्जुन को मौत के घाट उतारा है।
तृणमूल ने उठाए सवाल
इधर, भारतीय जनता पार्टी के नेता को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने सभी आरोपों से इनकार किया है। पार्टी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा है कि तृणमूल कांग्रेस का इस पूरी घटना से कोई लेना देना नहीं है। जब अमित शाह शहर में आए हैं, तभी अर्जुन चौरसिया का फंदे से लटका शव मिला है। इसके अलावा पुलिस को भाजपा कार्यकर्ता शव की जांच भी नहीं करने दे रहे हैं। सब कुछ प्लांटेड है। पहले घटना की जांच होनी चाहिए उसके बाद ही इस बारे में कुछ भी कहना उचित होगा।