कोलकाता : शहर के काशीपुर थाना इलाके में भाजपा युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष 26 वर्षीय अर्जुन चौरसिया का शुक्रवार सुबह शव बरामद होने को लेकर स्थानीय तृणमूल विधायक अतिन घोष ने विवादित बयान दिया है। जांच शुरू होने से पहले ही उन्होंने पूरी घटना को आत्महत्या करार देने की कोशिश की है और दावा किया है कि चौरसिया के परिवार में आत्महत्या का ट्रेण्ड रहा है।
उनके इस बयान को लेकर मृतक के परिवार ने तीखी नाराजगी जताई है। भारतीय जनता पार्टी के उत्तर कोलकाता के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने कहा है कि स्थानीय विधायक बिना जांच शुरू हुए घटना को आत्महत्या की ओर मोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने अर्जुन को मौत के घाट उतारा है और पुलिस पर दबाव बनाने के लिए ही स्थानीय विधायक इसे इशारे-इशारे में आत्महत्या की ओर जांच को मोड़ने का दबाव बना रहे हैं। इसी आधार पर भाजपा ने हाईकोर्ट में याचिका भी लगाई है और पोस्टमार्टम रुकवाने की मांग की है।
शुक्रवार की सुबह शव बरामद होने के कुछ देर के बाद कोलकाता के डिप्टी मेयर व स्थानीय विधायक अतिन घोष मौके पर पहुंचे थे। उन्हें घेर कर भाजपा कार्यकर्ताओं ने गो बैक का नारा दिया। उनके साथ काशीपुर की छह नंबर वार्ड की काउंसिलर सुमन सिंह मौजूद थीं।अतिन घोष ने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद मौत की असली वजह सामने आ जाएगी। मृत शरीर को लेकर भाजपा राजनीति कर रही है।
भाजपा नेताओं की तुलना कुत्तों से करते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह से शव पर कुत्ते टूट पड़ते हैं उसी तरह से भाजपा के नेता टूट पड़े हैं। इसके बाद चौंकाने वाला दावा करते हुए उन्होंने कहा कि मृत अर्जुन के परिवार को जानना होगा। उसके पिता ने भी इसी तरह से खुदकुशी की थी। उसके परिवार में ऐसा ही ट्रेंड रहा है। उसके पिता कांग्रेस करते थे और खुदकुशी की थी।
इसके बाद अतिन घोष ने यह भी दावा किया कि अर्जुन चौरसिया भाजपा के नहीं बल्कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता थे और चुनाव में तृणमूल के लिए काम किया था।
स्थानीय पार्षद सुमन सिंह ने कहा कि हाल ही में संपन्न हुए निगम चुनाव में अर्जुन ने तृणमूल कांग्रेस के लिए काम किया था। अब उस की मौत के बाद भारतीय जनता पार्टी उसके शव को लेकर राजनीति कर रही है। अतिन घोष के बयान को लेकर नाराजगी बढ़ने लगी है।