इतिहास के पन्नों में: 18 मई – …जब बुद्ध मुस्कुराए

18 मई 1974, राजस्थान के पोखरण में घड़ी की सूईयां सुबह 8 बजकर 5 मिनट पर पहुंची कि भयानक धमाका हुआ। विस्फोट इतना जबर्दस्त था कि जमीन में 45-75 मीटर तक गड्ढा हो गया। आसपास के कुछेक किमी तक धरती ऐसे हिली जैसे भूकंप आकर गुजरा हो।

दूसरे अर्थों में इस विस्फोट की गूंज पूरी दुनिया में सुनी गई। दरअसल भारत ने 18 मई 1974 को पहला परमाणु परीक्षण किया था, जिस खुफिया मुहिम को नाम दिया गया- स्माइलिंग बुद्धा। इसकी वजह थी कि जिस दिन परमाणु परीक्षण होना था, उस दिन बुद्ध पूर्णिमा थी। दूसरे भारत अपनी इस मुहिम का नाम बुद्ध रखकर यह संदेश देना चाहता था कि उसका परमाणु परीक्षण शांति के लिए है।

परीक्षण की सफलता के साथ ही भारत दुनिया के ताकतवर देशों की सूची में शामिल हो गया। भारत से पूर्व संयुक्त राष्ट्र के पांच स्थायी देशों ने ही ऐसा कारनामा किया था। भारतीय वैज्ञानिकों की दशकों की मेहनत आखिरकार रंग लाई। प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. राजा रमन्ना की देखरेख में हुए इस परीक्षण को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सरकार ने इतना गोपनीय रखा कि तत्कालीन रक्षा मंत्री बाबू जगजीवन राम को भी परमाणु परीक्षण सफल होने के बाद इसकी जानकारी मिली। हालांकि इस परीक्षण के बाद भारत को कड़े अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का सामना करना पड़ा।

अन्य अहम घटनाएंः

1912ः पहली भारतीय फीचर लेंथ फिल्म ‘श्री पुंडालिक’ रिलीज हुई।

1914ः भारतीय रिजर्व बैंक के 10वें गवर्नर एस जगन्नाथन का जन्म।

1933ः भारत के 12वें प्रधानमंत्री एच.डी. देवगौड़ा का जन्म।

1966ः भारत के प्रसिद्ध वनस्पति विज्ञानी पंचानन माहेश्वरी का निधन।

2009: लिट्टे प्रमुख प्रभाकरण मारा गया, श्रीलंका सरकार ने 25 साल चले गृहयुद्ध के खत्म होने का ऐलान किया।

2012ः धार्मिक गुरु जय गुरुदेव का निधन।

2017ः फिल्म अभिनेत्री रीमा लागू का निधन।

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