कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने बुधवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को एसएससी भ्रष्टाचार मामले में सीबीआई के सामने पेश होने का निर्देश दिए जाने के बाद तृणमूल कांग्रेस की स्थिति स्पष्ट कर दी। इस दिन अदालत ने पूर्व शिक्षा मंत्री को शाम छह बजे तक सीबीआई कार्यालय में पेश होने का निर्देश दिया। साथ ही सलाहकार समिति के पांच सदस्यों को भी सीबीआई के सामने पेश होने का निर्देश दिया गया है। कुणाल ने अदालत के आदेश और उस संबंध में पार्टी की स्थिति बताते हुए बुधवार को यह टिप्पणी की।
उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से मुट्ठी भर लोगों के गलत काम का दल समर्थन नहीं करेगा। कुणाल के बयान से साफ हो गया कि पार्टी उनलोगों के साथ नहीं खड़ी होगी जिनके खिलाफ ऐसे आरोप लगे हैं या लगेंगे।
हालांकि, राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री ने कोर्ट के आदेश को चुनौती देते हुए खंडपीठ में अपील की थी। एक तरफ जहां पार्थ चटर्जी को पेश होने का आदेश दिया गया है, वहीं इस मामले में जस्टिस अभिजीत गांगुली ने कहा है कि स्वास्थ्य समाज के निर्माण के लिए भ्रष्टाचार को कभी बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए इसलिए उन्होंने राज्यपाल और मुख्यमंत्री से पूर्व शिक्षा मंत्री को पद से हटाने की सिफारिश की है। इस दिन कुणाल ने कहा कि मुख्यमंत्री को यह तय करने का अधिकार है कि कौन किस पद पर रहेगा।
प्रदेश भाजपा नेता शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि हम लंबे समय से कह रहे हैं कि यह एक बड़ा घोटाला है। इस कांड में केवल एक ही व्यक्ति शामिल नहीं है, पूरी पार्टी इसमें शामिल है।