भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने तृणमूल कांग्रेस में की वापसी, अभिषेक ने किया पार्टी में स्वागत

कोलकाता : बैरकपुर के भाजपा सांसद अर्जुन सिंह की तीन साल बाद भाजपा छोड़कर सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस में वापसी हो गई। रविवार को कोलकाता के कैमक स्ट्रीट स्थित पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के दफ्तर में उन्होंने तृणमूल की सदस्यता ग्रहण की। मुख्यमंत्री के भतीजे अभिषेक ने उन्हें तृणमूल कांग्रेस का अंग वस्त्र पहनाकर उनका पार्टी में स्वागत किया। इस मौके पर वन मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक, बैरकपुर-दमदम जिला तृणमूल के अध्यक्ष व नैहाटी से तृणमूल कांग्रेस विधायक पार्थ भौमिक, आमडाँगा से तृणमूल कांग्रेस विधायक रफीकुल रहमान और बैरकपुर से विधायक राज चक्रवर्ती भी मौजूद रहे।

भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने दोपहर के समय ही तृणमूल कांग्रेस में वापसी के संकेत दे दिए थे। भाटपाड़ा स्थित अपने आवास से अर्जुन सिंह जब कोलकाता पहुंचे तो अलीपुर के एक होटल में कुछ देर के लिए वह रुके थे। अर्जुन सिंह यहां से निकल कर सीधे कैमक स्ट्रीट स्थित अभिषेक बनर्जी के दफ्तर पहुंचे और यहां उन्होंने अपनी पुरानी पार्टी में वापसी की। इसके पहले दोपहर के समय अर्जुन सिंह ने कहा था कि तृणमूल कांग्रेस में ममता बनर्जी ही आखिरी शब्द हैं। सूत्रों ने बताया है कि तृणमूल कांग्रेस में वापसी के बाद अभिषेक बनर्जी और अर्जुन सिंह के बीच एक घंटे तक बैठक हुई है। माना जा रहा है कि दोनों के बीच बैरकपुर में मौजूद राजनीतिक हालात पर भी चर्चा हुई है।

अर्जुन सिंह का राजनीतिक सफर

बैरकपुर संसदीय क्षेत्र में अर्जुन सिंह लंबे समय से राजनीति कर रहे हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली थी और बैरकपुर से चुनाव लड़े थे। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार और पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी को हराया था। अब 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने एक बार फिर तृणमूल कांग्रेस में वापसी कर ली है। सबसे पहले उन्होंने वर्ष 1995 में भाटपाड़ा नगरपालिका में कांग्रेस से पार्षद चुनाव जीता था। उसके बाद 2001 से 2016 तक लगातार चार बार तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर भाटपाड़ा से विधायक भी रहे। 2004 में बैरकपुर से उन्होंने लोकसभा का चुनाव भी लड़ा था लेकिन हार गए थे। खबर है कि अब जल्द ही उनके बेटे व भाटपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से विधायक पवन सिंह भी भाजपा छोड़कर तृणमूल में वापसी कर सकते हैं।

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