भारत-बांग्लादेश की नौसेनाओं ने बंगाल की उत्तरी खाड़ी में शुरू की संयुक्त गश्त

– पेट्रोलिंग का मकसद अंतरराष्ट्रीय समुद्री खतरों का मुकाबला करने में खुद को सक्षम बनाना

नयी दिल्ली : भारत और बांग्लादेश की नौसेनाओं ने रविवार से बंगाल की उत्तरी खाड़ी में अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) के साथ संयुक्त रूप से गश्त शुरू किया है। दो दिनों तक चलने वाली इस पेट्रोलिंग का मकसद अंतरराष्ट्रीय समुद्री खतरों का मुकाबला करने में दोनों नौसेनाओं के बीच आपसी समझ और क्षमता को मजबूत करना है।

भारतीय नौसेना के प्रवक्ता विवेक मधवाल के मुताबिक भारत और बांग्लादेश की नौसेनाओं के बीच कोऑर्डिनेटेड पेट्रोलिंग का चौथा संस्करण 23 मई तक बंगाल की उत्तरी खाड़ी में चलेगा। भारतीय नौसेना और बांग्लादेश की नौसेना इकाइयां अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा के साथ संयुक्त गश्त करेंगी। भारत-बांग्लादेश कार्पेट का पिछला संस्करण अक्टूबर, 2020 में आयोजित किया गया था। इस गश्त में भारत के दो स्वदेशी जहाज निर्देशित मिसाइल कार्वेट कोरा और अपतटीय गश्ती पोत सुमेधा भाग ले रहे हैं।

बांग्लादेश नौसेना के जहाज बीएनएस अली हैदर और बीएनएस अबू उबैदा भी इस संयुक्त अभ्यास में भारतीय नौसेना के साथ हैं। इसके अलावा दोनों नौसेनाओं के समुद्री गश्ती विमान भी समन्वित गश्त में हिस्सा ले रहे हैं। कार्पेट के नियमित संचालन ने समुद्र में अंतरराष्ट्रीय समुद्री खतरों का मुकाबला करने में दोनों नौसेनाओं के बीच आपसी समझ और बढ़ी हुई अंतर-संचालन क्षमता को मजबूत किया है।

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