दार्जिलिंग : गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (गोजमुमो) सुप्रीम बिमल गुरुंग ने रविवार को आखिरकार अपनी भूख हड़ताल समाप्त कर दी। अनशन समाप्त करते ही बिमल गुरुंग को अस्पताल ले जाया गया। दरअसल, गोरखालैंड टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए) के चुनाव के विरोध में बिमल गुरुंग ने बुधवार से भूख हड़ताल शुरू की थी। उन्होंने चुनाव से पहले जीटीए को कानून के तहत सभी अधिकार दिए जाने की माँग की थी। उनका कहना था कि तराई एवं डुवार्स के 396 मौजों को शामिल करने की मांग पूरी की जाए, तभी जीटीए चुनाव कराया जाए।
लेकिन राज्य चुनाव आयोग ने मोर्चा सुप्रीमो की मांगों को दरकिनार कर चुनाव की तारीख की घोषणा कर दी। इसी के बाद मोर्चा सुप्रीमो बिमल गुरुंग ने भूख हड़ताल शुरू कर दी थी। हड़ताल के तीसरे दिन से बिमल गुरुंग की तबियत बिगड़नी शुरु हो गयी थी जिसके बाद चिकित्सकों ने बिमल गुरुंग को भूख हड़ताल समाप्त करने की अपील की थी। लेकिन गुरुंग ने अपनी भूख हड़ताल चालू रखी। इस बीच भूख हड़ताल के चौथे दिन शनिवार को राज्य मंत्री बुलु चिक बराइक ने गोजमुमो सुप्रीमो के साथ मुलाकात थी। वहीं, भूख हड़ताल के पांचवें दिन रविवार को भाजपा के दो सांसद राजू बिष्ट और अलीपुरद्वार के सांसद जॉन बारला ने अनशन स्थल पर जाकर बिमल गुरुंग से मुलाकात की। इस दौरान दोनों सांसदों ने बिमल गुरुंग से अनशन खत्म करने की अपील की। कयास लगाए जा रहे हैं कि इसी के बाद बिमल गुरुंग ने भूख हड़ताल समाप्त कर दी है।