कोलकाता :अग्निपथ योजना का पूरे देश में विरोध किया जा रहा है। ऐसे में सेवानिवृत्त सेना अधिकारी कर्नल कुणाल भट्टाचार्य का मानना है कि ‘अग्निपथ’ मामले को लेकर राजनीति की जा रही है।
कुणाल भट्टाचार्य ने कहा कि “सेना में शॉर्ट टर्म भर्ती कोई नई बात तो नहीं है। कई अधिकारी पांच साल तक के लिए काम करते हैं। उनमें से कुछ रह जाते हैं या फिर उनमें से ज्यादातर कहीं और काम करते हैं। मुझे लगता है कि अग्निपथ परियोजना से रोजगार के बेहतरीन अवसर पैदा होंगे। कई लोग सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन के बारे में बात कर रहे हैं। लेकिन जहां रोजगार के अवसर कम हैं, वहां केंद्र सरकार ने जो अवसर दिए हैं, उनका स्वागत किया जाना चाहिए।’’
कुणाल भट्टाचार्य का दावा है कि सेना में प्रशिक्षित लोगों को अनुभव के लिए सरकारी या निजी कंपनियों में नौकरी के लिए आवेदन करने पर उन्हें अतिरिक्त लाभ मिलेगा, उन्हें अनुशासित और प्रशिक्षित कर्मचारियों के रूप में अतिरिक्त ‘महत्व’ भी मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि कुणाल भट्टाचार्य पिछले कोलकाता पूर्व चुनाव में वार्ड नंबर 13 में भाजपा के उम्मीदवार थे। वह अब संघ परिवार के एक संगठन, पूर्व सैनिक सेवा परिषद के प्रदेश अध्यक्ष हैं।