कोलकाता : बीरभूम के बगटुई में आगजनी के जरिए कम से कम 10 लोगों को जिंदा जलाने की घटना में जांच कर रहे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की चार्जशीट मैं चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। केंद्रीय एजेंसी ने इस मामले में गिरफ्तार रामपुरहाट के ब्लॉक तृणमूल अध्यक्ष अनारुल हुसैन पर हिंसा के लिए उकसाने का साक्ष्य होने का दावा किया है।
केंद्रीय एजेंसी ने लिखित में कोर्ट को बताया है कि वारदात वाली रात जब तृणमूल नेता भादु शेख की हत्या कर दी गई थी तब उसके कई समर्थकों ने सड़क के उस पार मौजूद गांव में तोड़फोड़ और आगजनी शुरू कर दी थी। उन्हें ऐसा करने के लिए अनारुल ने ही कहा था और पुलिस को भी फोन कर कहा था कि गांव जल रहा है, जलने दो लेकिन आना मत।
यह भी पता चला है कि वारदात के बाद गांव के कई लोगों ने अनारुल को फोन कर पूरी घटना की जानकारी दी थी और तुरंत पुलिस को बुलाने को कहा था लेकिन उन्होंने कोई मदद नहीं की।
गत 21 जून की रात तृणमूल नेता भादू शेख की हत्या के बाद पास के गांव में आगजनी की घटना हुई थी। मामले में 90 दिनों बाद सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल की है जिसमें इस बात का जिक्र किया गया है।