कोलकाता : पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. बिधान चन्द्र रॉय की 140वीं जयन्ती के मौके पर विधानसभा में भाजपा विधायक अनुपस्थित रहे। इसे लेकर स्पीकर बिमान बनर्जी ने नाराजगी जताई है। हालांकि, अग्निमित्रा पॉल ने उनकी नाराजगी पर पलटवार करते हुए कहा है कि अध्यक्ष ने एक विशेष चश्मा पहना है जिसमें भेदभाव करना आसान होता है।
एक जुलाई को डॉ. बिधान चंद्र रॉय की जयंती और पुण्यतिथि दोनों है। इस मौके पर विधानसभा में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमें उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। स्पीकर बिमान बनर्जी ने कहा कि बिधान चन्द्र रॉय के भाषण को संकलित किया जाएगा। संग्रह को विधानसभा के संग्रहालय में रखा जाएगा। असेंबली म्यूजियम बनाने का काम खत्म हो गया है। इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी करेंगी।
भाजपा विधायकों की उपस्थिति पर अध्यक्ष ने कहा कि बंगाल के निर्माता की जयन्ती पर भी भाजपा विधायक अनुपस्थित हैं। बिधान चन्द्र राय और श्यामाप्रसाद मुखर्जी को एक करना ठीक नहीं है। पहले इस तरह के आयोजनों में विपक्षी हिस्सा लेते थे, शायद वे श्यामाप्रसाद के जन्मदिन पर आएंगे। लेकिन बिधान रॉय बिधान चन्द्र रॉय हैं या ज्योति बसु ज्योति बसु हैं। क्या उनकी बराबरी है? मैं राजनीति की बात नहीं कर रहा। श्यामाप्रसाद की भूमिका सभी जानते हैं।
इसके जवाब में अग्निमित्रा ने कहा, ‘’सरकारी समारोहों में श्रद्धांजलि देना सही नहीं है। भाजपा महापुरुषों को श्रद्धांजलि देना जानती है। यह हमें तृणमूल कांग्रेस से सीखने की जरूरत नहीं है। वह भाजपा को एक विशेष चश्मे से देखते हैं इसीलिए विधानसभा में जब हाथापाई होती है तब भी उन्हें दिखाई नहीं देती। श्यामा प्रसाद मुखर्जी की वजह से आज बंगाल का अस्तित्व है और यहां वे लोग रह रहे हैं इसलिए उनके सम्मान पर उनका दर्द समझ में आता है।”