इतिहास के पन्नों में 19 जुलाईः आजादी के महानायक मंगल पाण्डेय को नमन

देश-दुनिया के इतिहास में 19 जुलाई का अहम स्थान है। भारत के स्वतंत्रता संग्राम और बैंकों के राष्ट्रीयकरण के लिहाज से यह तारीख महत्वपूर्ण है। स्वतंत्रता की लड़ाई का शंखनाद करने वाले अमर सेनानी मंगल पाण्डेय का जन्म 19 जुलाई, 1827 को उत्तर प्रदेश के बलिया में हुआ था। उन्होंने ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ क्रांति की शुरुआत करते हुए 29 मार्च 1857 को बैरकपुर में अंग्रेजी अफसरों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया था। मंगल पाण्डेय कलकत्ता की बैरकपुर छावनी में 34वीं बंगाल नेटिव इन्फैंट्री की पैदल सेना के सिपाही (नंबर 1446) थे। उन्हें अंग्रेज अफसरों पर गोली चलाने और उनपर हमला करने के आरोप में फांसी की सजा सुनाई गई। मंगल पाण्डेय को फांसी की सजा की खबर से तमाम छावनियों में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ गुस्सा भड़क गया।

इसे देखते हुए ब्रितानी सरकार ने तय समय 18 अप्रैल से 10 दिन पहले 08 अप्रैल को ही इस अमर बलिदानी को फांसी दे दी। मंगल पाण्डेय को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का पहला क्रांतिकारी माना जाता है। इसके अलावा देश के बैंकिंग इतिहास के लिए भी 19 जुलाई महत्वपूर्ण है। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 19 जुलाई, 1969 को 14 निजी बैंकों का राष्ट्रीयकरण कर दिया था। इन बैंकों पर अधिकतर बड़े औद्योगिक घरानों का कब्जा था। राष्ट्रीयकरण का दूसरा दौर 1980 में शुरू हुआ। इस समय तहत सात और बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया।

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