कोलकाता : शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार मंत्री पार्थ चटर्जी जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। दूसरी ओर इसी मामले में गिरफ्तार उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों को पूछताछ में हर तरह से सहयोग कर रही हैं। उससे पूछताछ के दौरान कई महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आई है। जबसे उसके घर से 21 करोड़ रुपये नकदी मिली है, उसके बाद से केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने उसे समझाया है कि अगर सवालों के जवाब नहीं देगी तो और फँसती चली जाएगी। इसके बाद उसने कई राज उजागर किया है।
अर्पिता ने बताया है कि शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार के मामले में कई अनजान लोग जुड़े हुए हैं जिनके जरिए रुपये के लेनदेन होते थे। हालांकि उसने यह भी स्वीकार किया है कि उसके घर से जो करोड़ों रुपये बरामद किए गए हैं निश्चित तौर पर इसका संबंध शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले से है। जाहिर सी बात है उसकी इस स्वीकारोक्ति के बाद पार्थ चटर्जी की मुश्किलें और अधिक बढ़ने वाली हैं।
घर से बरामद हुए हैं कई महत्वपूर्ण दस्तावेज
ईडी के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया है कि अर्पिता और पार्थ चटर्जी के घर छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं जिनमें दोनों के नाम पर साझा संपत्ति, मुखौटा कंपनियों के दस्तावेज और तीन महत्वपूर्ण डायरी मिली है। इनमें कोड भाषा में बहुत कुछ लिखा गया है जिनके बारे में पता लगाने के लिए दोनों से पूछताछ हो रही है।
बताया गया है कि अर्पिता के घर से 37 फाइल फोल्डर बरामद हुए हैं जिनमें 2600 पन्ने के दस्तावेज मौजूद हैं। दूसरी ओर पार्थ चटर्जी केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों के सवालों का जवाब नहीं दे रहे हैं। इस वजह से उनकी मुश्किलें और बढ़ती जा रही हैं। ईडी के अधिकारियों ने इस बारे में कोर्ट को भी जानकारी देने के लिए दस्तावेज तैयार करना शुरू कर दिया है।