कोलकाता : पश्चिम बंगाल के वर्तमान राजनीतिक हालात और कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को लेकर भारतीय जनता पार्टी की राज्य इकाई ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखा है। पत्र में पार्टी ने बंगाल में उनसे हस्तक्षेप करने की मांग की है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने अपने पत्र में लिखा है कि पश्चिम बंगाल में सरकारी तौर पर भ्रष्टाचार की जो स्थिति है, उसे देखते हुए लग रहा है कि एक के बाद एक कई मंत्री जेल जाएंगे। अगर ऐसा हुआ तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने जैसे हालात बन सकते हैं और इसमें आपको हस्तक्षेप करना होगा। अपने पत्र में उन्होंने कई महत्वपूर्ण बातों का जिक्र किया है। पत्र में उन्होंने लिखा है कि राज्य के बड़े नेता पार्थ चटर्जी शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार हुए हैं और उनकी करीबी महिला के पास से करोड़ों रुपये मिले हैं। कोयला और गौ तस्करी मामले में सीबीआई के समन के बावजूद अनुब्रत मंडल हाजिर नहीं हो रहे हैं। इसके अलावा ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी, परेश अधिकारी, शौकत मोल्ला जैसे तृणमूल कांग्रेस के बड़े नेता सीबीआई की रडार पर हैं। उन्होंन अपने पत्र में लिखा कि कलकत्ता हाई कोर्ट ने 19 शीर्ष नेताओं और मंत्रियों की संपत्ति की जांच ईडी से करवाने के संकेत दिए हैं। शिक्षा संबंधी भ्रष्टाचार के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद ही राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति बनने का बिल पास कर चुकी हैं। ये हालात बदतर हैं और राष्ट्रपति को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए।