कोलकाता : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने एक बार फिर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चेतावनी दी है।
केंद्रीय एजेंसियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले तृणमूल कांग्रेस के युवा और छात्र संगठनों की ओर से भाजपा के प्रदेश मुख्यालय का घेराव करने संबंधी घोषणा किए जाने को लेकर चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि जो युवा इस घेराव कार्यक्रम का हिस्सा बनने वाले हैं उनसे मैं कहना चाहता हूं कि नेताओं के बहकावे में ना आएं। विरोध प्रदर्शन आखिर किस लिए है? भ्रष्टाचारियों की गिरफ्तारी के खिलाफ ? पार्थ चटर्जी जिनके करीबी के घर से 50 करोड़ नकद मिल चुके हैं। अनुब्रत मंडल हजारों करोड़ का गबन कर चुका है। घोष ने कहा कि इन लोगों से तो तृणमूल ने खुद ही किनारा कर लिया है, अब इनकी आड़ में युवाओं को उकसा कर हंगामा करवाना चाहते हैं ऐसे में युवाओं को सोचना होगा। उन्होंने कहा कि जो छात्र अथवा युवा इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले हैं वह समझ लें कि उनका भविष्य क्या होगा। उन्होंने कहा कि युवा अपने भविष्य के बारे में सोचें, अपने विकास के बारे में सोचें, तृणमूल के चक्कर में ना पड़ें वरना भविष्य में लोग उन्हें भी जूते लेकर दौड़ाएंगे। घोष ने कहा कि पूरी तृणमूल कांग्रेस भ्रष्टाचार की गिरफ्त में है। भ्रष्टाचारियों को शरण देना, उन्हें गैर कानूनी काम करने के लिए उकसाना पुलिस के हाथों बचा कर रखना, यही तृणमूल का काम रह गया है। ऐसे लोगों का साथ दे रहे हैं तो उन्हें सोचना चाहिए कि वे सही हैं या गलत।
इसके अलावा दिलीप घोष ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के लोगों की औकात बस इतनी है कि वे हमारे दफ्तरों का घेराव करेंगे, बम मारेंगे, हमले करेंगे और कुछ नहीं कर सकते। जम्मू कश्मीर को शांत करने में वक्त नहीं लगा तो बंगाल को ही शांत करने में वक्त नहीं लगेगा, ज्यादा उछल कूद ना करें। इसके अलावा पूर्व मेदिनीपुर में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी की तिरंगा यात्रा को अनुमति नहीं दिए जाने को लेकर भी उन्होंने सवाल खड़ा किया और कहा कि जिन्हें तिरंगे से समस्या है वे किस तरह के लोग हैं, यह समझा जा सकता है।