वाशिंगटन : अमेरिका में जानलेवा हमले में जख्मी भारतीय मूल के बहुचर्चित लेखक सलमान रुश्दी (75) की हालत में तेजी से सुधार हो रहा है। रुश्दी को वेंटिलेटर से हटा दिया गया है। अब वे बातचीत कर सकते हैं। रुश्दी के एजेंट एंड्रयू वायली ने मीडिया को इससे अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन ने हमले की निंदा करते हुए रुश्दी के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना की है।
सलमान रुश्दी पर न्यूयार्क में शुक्रवार को दिन में करीब 10.47 बजे चाकू से हमला किया गया था। रुश्दी की गर्दन में गंभीर चोट आई है। घंटों की सर्जरी के बाद उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। कुछ मीडिया रिपोर्ट में आशंका जताई गई थी कि सलमान को अपनी एक आंख खोनी पड़ सकती है। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने अपने ट्वीट में कहा था कि उपन्यासकार सलमान रुश्दी पर हमला भयावह है। हम सभी उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं।
रुश्दी के एजेंट एंड्रयू वायली ने कहा था कि सलमान के हाथ की नसों को गंभीर चोट पहुंची है। साथ ही उनके लीवर को भी भारी नुकसान हुआ है। न्यूयार्क पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सलमान रुश्दी पर हुए हमले का पूरा ब्यौरा देते हुए कहा था कि हमलावर की पहचान कर ली गई है। हमलावर हादी मटर फेयरव्यू, न्यू जर्सी का रहने वाला है।
उल्लेखनीय है कि सलमान रुश्दी को अपने विवादास्पद उपन्यास ‘द सैटेनिक वर्सेज’ की वजह से कई बार जानलेवा हमलों का सामना करना पड़ा है। पहले भी पश्चिमी न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम के दौरान मंच पर उन पर हमला हो चुका है।