शिक्षक की पिटाई से छात्र की दाहिनी आँख और कान पर अंदरूनी चोटें आईं
मुख्यमंत्री गहलोत ने छात्र के परिवार को 5 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की
जालोर : जिले के सायला थाना क्षेत्र के सुराणा गांव में एक दलित छात्र ने स्कूल में पानी की मटकी छू ली तो शिक्षक ने उसे इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई। पिछले करीब 24 दिन से बच्चे का अहमदाबाद में उपचार चल रहा था। पुलिस ने एससी-एसटी एक्ट में मामला दर्ज कर शिक्षक को हिरासत में लिया है।
बच्चे के पिता देवाराम ने बताया कि उनका नौ साल का बेटा इंद्र मेघवाल सुराणा गांव के सरस्वती विद्या मंदिर में तीसरी कक्षा में पढ़ता था। वह सामान्य दिनों की तरह 20 जुलाई को स्कूल गया था। सुबह करीब 10.30 बजे उसने प्यास लगने पर स्कूल में रखी मटकी से पानी पी ली थी। उसे नहीं पता था कि यह मटकी स्कूल के टीचर छैल सिंह के लिए रखी गई है। इसके बाद छैल सिंह ने इंद्र को बुलाकर जमकर पीटा जिससे उसकी दाहिनी आंख और कान पर अंदरूनी चोटें आईं।
पिता का आरोप है कि छैल सिंह ने जातिसूचक शब्दों का भी प्रयोग किया। पहले तो लगा कि इंद्र मेघवाल को हल्की चोट आई है, लेकिन ऐसा नहीं था। पिटाई के बाद इंद्र की तबीयत खराब होने लगी तो उसे जालोर जिला अस्पताल ले गए। जालोर से उसी दिन उदयपुर रेफर कर दिया गया। यहां भी तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो कुछ दिनों बाद अहमदाबाद ले गए थे। यहां इलाज के दौरान शनिवार की सुबह करीब 11 बजे मौत हो गई।
इसके बाद पुलिस ने एससी-एसटी एक्ट में मामला दर्ज करके शनिवार शाम टीचर छैल सिंह को सायला पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि पिटाई से बच्चे के कान की नस फट गई थी। इस मामले में भाजपा गहलोत सरकार पर जातिवाद पनपाने का आरोप लगा हमलावर हो गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने छात्र की मौत पर दुःख जताते हुए पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपये मुआवजा देने की बात कही है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि मामले की जल्द जांच के लिए इसे केस ऑफिसर स्कीम में लिया गया है।
इस मामले के बाद मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी की ओर से कमेटी बनाकर पंचायत के प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार दवे और प्रतापराम को जांच सौंपी है। घटना की जानकारी मिलने के बाद एसपी हर्षवर्धन अग्रवाल और सीओ हिम्मत सिंह बच्चे के घर पहुंचे। पुलिस ने मामले की जांच जालोर सीओ हिम्मत सिंह चारण को सौंपी गई है। जालोर के एसपी हर्षवर्धन अग्रवाल ने कहा कि मटकी से पानी पीने वाली बात की अभी पुष्टि नहीं हुई है।
सांसद और प्रदेश महामंत्री दीया कुमारी और प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने मटके से पानी पीने की सजा के तौर पर दलित छात्र को मिली मौत को मानवता को शर्मसार करने वाली घटना बताया है। साथ ही दोनों ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री को जिम्मेदार ठहराया है। सांसद दीया कुमारी ने इस मामले में देर रात ट्वीट कर लिखा कि कांग्रेस राज्य में शिक्षा का मंदिर ही जातिगत भेदभाव और अत्याचार का केंद्र बन गया है। दीया कुमारी ने मुख्यमंत्री से यह भी पूछा कि आखिर कब तक मानवता को शर्मसार करने वाली इस तरह की घटनाएं घटती रहेंगी।
प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने भी इस मामले में देर रात एक ट्वीट कर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा। राठौड़ ने लिखा कि शिक्षक द्वारा माँ सरस्वती के पवित्र प्रांगण में छात्र की पिटाई से मौत होने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। प्रदेश में कभी स्कूल में छात्रा से रेप तो कभी विद्यार्थी के साथ मारपीट होना विद्यार्थियों की सुरक्षा पर सवालिया निशान है। राठौड़ ने संबंधित शिक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग भी की।