कोलकाता : कोलकाता से सटे इलाक़े में जाली नोट छापने के कारोबार का खुलासा हुआ है। कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम ने दो जाली नोट तस्करों की गिरफ्तारी के बाद इनसे पूछताछ कर नोट छापने वाले ठिकाने पर दबिश दी है।
एसटीएफ के उपायुक्त वी सोलेमन नेशाकुमार ने गुरुवार की सुबह इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बुधवार की रात 10:30 बजे के करीब कोलकाता के टाकी हाउस बॉयज स्कूल के पास से दो संदिग्धों को पुख्ता सूचना के आधार पर हिरासत में लिया गया। इनकी तलाशी लेने पर इनके पास से 70,500 रुपये के जाली नोट बरामद हुए हैं। इसमें एक ₹500 का एक नोट है जबकि ₹100 के 700 नोट मिले हैं। इसके बाद इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार लोगों की पहचान 36 साल के चंगेज आलम और 22 साल के अफजल अली के तौर पर हुई है। दोनों ही कोलकाता के नारकेलडाँगा में कसाई बस्ती इलाके के निवासी हैं।
दोनों अभियुक्तों से रात भर पूछताछ की गई जिसके बाद चंगेज आलम ने बताया कि उत्तर 24 परगना जिले के इको पार्क थाना अंतर्गत शाही मस्जिद के पास पूर्वपाड़ा के हतियारा में एक ठिकाने पर जाली नोट छापने का काम होता है। बिना देरी किए एसटीएफ की टीम वहां जा पहुंची और मौके से जाली नोट छापने के सारे सामान बरामद कर लिये। गुरुवार की सुबह तक यहां तलाशी अभियान चला है। मौके से लैपटॉप, पेनड्राइव, कलर प्रिंटर, लकड़ी के फ्रेम, वॉइस, नोट में लगने वाली सुरक्षा पट्टी और इमेज की प्रिंटिंग के लिए केमिकल्स, काटने वाले चाकू, सेलो टेप, कैंची, हरे रंग की फिल्म, बॉन्ड पेपर, स्टांप पेपर, फेविकोल आदि बरामद किए गए हैं।
इस कारखाने से भी 21 हजार रुपये के जाली नोट बरामद किए गए हैं जिनमें ₹100 के 200 नोट और ₹50 के 20 नोट हैं। कारखाने को सील कर दिया गया है और मालिक की तलाश तेज कर दी गई है।