कोलकाता : भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने तृणमूल कांग्रेस पर हमला बोलते हुए इसे बस्ती की पार्टी और बस्ती की संस्कृति बताया। इस बात पर तृणमूल विधायक मदन मित्रा ने अपनी पार्टी के सांसद सौगत राय के लहजे में ही भाजपा नेता पर हमला बोला है। उत्तर 24 परगना जिले के कमरहाटी से तृणमूल कांग्रेस के विधायक मदन मित्रा रविवार को बेलघरिया के जतिनदास नगर में एक रक्तदान शिविर में भाग लेने पहुंचे थे। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने धमकी भरे स्वर में कहा कि मैं सौगत रॉय से सहमत हूं।
दरअसल कुछ दिन पहले सौगत रॉय ने तृणमूल कांग्रेस को चोरों की पार्टी कहने पर विपक्ष पर हमला बोला था। उन्होंने कहा कि पार्थ चटर्जी के खिलाफ बोलिये, कोई आपत्ति नहीं है लेकिन यह कहने की गलती न करें कि तृणमूल में हर कोई चोर है। लेकिन अगर आपको मार पड़े तो दुखी न हों। उन्होंने कहा कि ‘भ्रष्टाचार की रानी ममता बनर्जी’ ये सब बात कहने पर हमारे लड़के नाराज हो जाते हैं और गुस्सा में लोगों का दिमाग सही नहीं होता। इसके बाद वे क्या करेंगे मैं नहीं बता सकता। मैं माकपा, भाजपा, कांग्रेस सभी को बता रहा हूं।
मदन मित्रा ने सौगत रॉय की टिप्पणी से सहमति जताई और कहा कि जन्माष्टमी अभी गया है। अभी भी कई ताल (विशेष फल) के पेड़ हैं। जब दिलीप घोष की तरह विरोधाभासी शब्दों की तरह एक छोटा सा तूफान आएगा, तो ये ताल भाजपा की पीठ पर गिरेगी। मुझे नहीं पता कि यह तीन ताल या एक-ताल या सिंगल-ताल है। लेकिन ताल तो गिरेगा ही क्योंकि ताल पक गए हैं और जन्माष्टमी पर सभी ताल खर्च नहीं हुए है। उन्होंने दिलीप घोष पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा में एक पागल है। लाइट मतलब फिलिप्स और पागल मतलब दिलीप। मदन ने कहा कि दिलीप घोष ने तो कहा है कि पंचायत चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस की सरकार गिर जाएगी, दिलीप को लेकर मैं सौगत रॉय से सहमत हूं लेकिन मैं उन्हें मारने के लिए नहीं कह रहा हूं।