कोलकाता : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी शुक्रवार की सुबह बकरीब साढ़े 11 बजे बागुईआटी में मृत छात्र अतनु दे के घर पहुंचे। मृतक के परिवार के सदस्यों से बात की। उन्होंने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ रोष जताया। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत ही दुखद घटना है। पीड़ित परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने पुलिस और प्रशासन पर गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि सरकार का पुलिस पर कोई नियंत्रण नहीं है, यदि पुलिस लापरवाही बरतने के बजाए सक्रिय होती तो इन दो छात्रों की जान नहीं जाती। अब उन्हें निलंबित करने का कोई फायदा नहीं है। ऐसा करके प्रशासन लोगों की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश कर रहा है।
कुल मिलाकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने बागुईआटीकांड का जिम्मेदार राज्य सरकार को ठहराया है। इससे पहले फिरहाद हाकिम, अदिति मुंशी, सौगत रॉय, सुजीत बसु, माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार बागुईआटी के जगतपुर स्थित अतनु दे के घर गए थे। यहाँ विपक्षी दलों के नेताओं को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा था।
उल्लेखनीय है कि 22 अगस्त को अतनु दे और उसका चचेरा भाई अभिषेक नस्कर अपने पड़ोसी सत्येंद्र चौधरी के साथ बाहर गए थे। दो किशोर काफी देर बाद घर नहीं लौटे। परिवार के सदस्य खोजने लगते हैं। उसके बाद अतनु के पिता को मैसेज कर एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी गई। अतनु के पिता ने 24 तारीख को पुलिस से संपर्क किया। 14 दिन बाद यानी छह सितंबर को दो किशोरों के शव बरामद किए गए। इसके बाद पुलिस की भूमिका पर सवाल उठने लगे। मुख्यमंत्री द्वारा विरोध जताए जाने के बाद बगुईआटी थाने के ओसी को निलंबित कर दिया गया। घटना की जांच सीआईडी को सौंपी गई है। मुख्य अभियुक्त सत्येंद्र चौधरी को विधाननगर पुलिस ने शुक्रवार को हावड़ा स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया है।