कोलकाता : बागुईआटी के दो छात्रों के अपहरण और हत्या के मामले में लोकसभा सांसद और भाजपा की पश्चिम बंगाल शाखा के अध्यक्ष डॉ. सुकांत मजूमदार ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के अध्यक्ष को पश्चिम बंगाल में लगातार “बाल अधिकारों के घोर उल्लंघन” पर पत्र लिखा है। मंगलवार को यह पत्र भाजपा के वाट्सएप ग्रुप में जारी किया गया है। उन्होंने राज्य में दो किशोर लड़कों की हालिया हत्या के मामले का जिक्र किया।
उन्होंने लिखा है, “यह पत्र कक्षा 10 के दो बच्चों अतनु दे और अभिषेक नस्कर के अपहरण और उसके बाद हुई हत्या के बारे में है, जिनके शव पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना के बासंती इलाके में सड़क किनारे खाई में फेंक दिए गए थे।” उन्होंने पत्र में कहा, पुलिस और प्रशासन मूकदर्शक बने रहे और पीड़ितों के परिवारों को फिरौती की कॉल और संदेशों के बारे में सूचित किए जाने के बावजूद उनकी जांच में तेजी नहीं आई।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने पुलिस पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय किए गए गुमशुदा बच्चों के मामलों के तहत मानक संचालन प्रक्रिया का पालन नहीं करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने लिखा है, ‘’पुलिस अधिकारियों ने शुरू में पीड़ित परिवार की शिकायत पर संज्ञान नहीं लिया और लापरवाह तरीके से काम किया। मैं आपसे के हस्तक्षेप के लिए अनुरोध कर रहा हूं।”
उन्होंने पीड़ित परिवारों के लिए न्याय और आरोपियों के खिलाफ आवश्यक आपराधिक कार्यवाही की मांग की। उन्होंने लिखा, “मैं पीड़ित परिवार के लिए उचित और पर्याप्त मुआवजे के लिए भी प्रार्थना करता हूं। मैंने उपरोक्त बच्चों के अधिकारों से वंचित करने के संबंध में किसी अन्य आयोग के समक्ष कोई शिकायत दर्ज नहीं की है।
उल्लेखनीय है कि 22 अगस्त को उत्तर 24 परगना जिले के बागुईआटी इलाके से दो किशोरों का अपहरण और उसके बाद उनकी हत्या कर दी गयी। उनके शव बशीरहाट में दो स्थानों पर पाए गए थे। सीआईडी ने इस मामले में क़रीब सभी अभियुक्तों को गिरफ़्तार कर लिया है।