कोलकाता : भारतीय राजनीति के धूमकेतु राम मनोहर लोहिया और गीता प्रेस के जनक हनुमान पोद्दार को लेकर शनिवार को राजस्थान सूचना केंद्र में अग्र बंधु और राजस्थान फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर हनुमानजी पोद्दार के भतीजे लीलाधर पोद्दार ने उनके बारे में अनुभवों को साझा किया जबकि प्रख्यात साहित्यकार राजेंद्र केडिया ने लोहिया जी के संग बिताए अपने अनुभवों की जानकारी देकर श्रोताओं को हैरत में डाल दिया।
गोष्ठी में अतिथियों का परिचय अग्र बंधु के सचिव संदीप गर्ग ने करवाया। वहीं संस्था के अध्यक्ष प्रहलाद राय गोएनका ने महराजा अग्रसेन को याद करते हुए कहा कि लोहिया और हनुमान जी अग्रवाल समाज से थे, ये हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि दोनों को करीब से देखने और समझने वाले लोगों के मुंह से उनके बारे में जानना बड़ी उपलब्धि है।
लीलाधर पोद्दार ने हनुमान जी पोद्दार संग बिताए अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि मौसा जी के चलते उन्हें तत्कालीन बड़े बड़े लोगों के सान्निध्य में आने का मौका मिला जो बड़ी उपलब्धि रही। एक वाकया सुनाते हुए उन्होंने कहा कि हनुमान जी पोद्दार ने एक बार आजाद हिन्द फौज के लिए उस दौर में दो हजार रुपये का दान दिल्ली भेजा था, तब नेहरूजी ने उन्हें जवाबी पत्र लिखा और कहा कि उन्हें याद है जब वे गोरखपुर में उनसे मिले थे।