- अर्पिता की बहन को भी दी शिक्षक की नौकरी
कोलकाता : पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) रोज नए खुलासे कर रहा है। अब पता चला है कि पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने शिक्षक नियुक्ति में धांधली से हासिल हुई राशि के जरिए शेयर खरीदा और उसे अपनी दिवंगत पत्नी के नाम ट्रांसफर कर दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने अपनी महिला मित्र अर्पिता मुखर्जी की बहन को भी नौकरी दी है।
पता चला है कि शिक्षा विभाग में ग्रुप ‘डी’ की नौकरी अर्पिता की बहन को मिली है। इतना ही नहीं, अपनी दिवंगत पत्नी के नाम पर मौजूद संस्था का शेयर भी पार्थ ने अर्पिता के नाम पर ट्रांसफर कर दिया था। उनकी दिवंगत पत्नी का नाम बबली चटर्जी है। बबली चटर्जी के नाम पर टेक्स्ट फैब प्राइवेट लिमिटेड का शेयर था जिसके अधिकतर शेयर अर्पिता के नाम पर ट्रांसफर कर दिए गए। इस बारे में चार्जशीट के जरिए ईडी ने न्यायालय को जानकारी दे दी है। ईडी ने यह भी बताया है कि पिंगला में एक बहुत बड़ा स्कूल पार्थ चटर्जी ने अपनी पत्नी और दमाद को सामने रखकर बनवाया है। इसे बनाने के लिए 15 करोड़ रुपये का खर्च किया गया है लेकिन केवल 4.38 करोड़ रुपये का खर्च दिखाया गया है। इस पैसे का भी सीधा संबंध शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार से है। फिलहाल इस बारे में और अधिक जानकारी एकत्रित कर न्यायालय को बताने की प्रक्रिया शुरू की गई है।