कोलकाता : पश्चिम बंगाल और आसपास के राज्यों में चिटफंड के एक मामले में जांच कर रहे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की टीम ने एक निजी कंपनी के 4 वरिष्ठ अधिकारियों को गिरफ्तार किया है।
एजेंसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरके गौड़ ने बुधवार को बताया कि कोलकाता में कंपनियों के एक पूर्व डिप्टी रजिस्ट्रार और तीन अन्य को चिटफंड घोटाले की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार लोगों में एक संस्थापक निदेशक और निजी कंपनियों के दो क्षेत्रीय प्रबंधक शामिल हैं। एजेंसी ने कहा कि उसने कोलकाता में कंपनियों के तत्कालीन डिप्टी रजिस्ट्रार सुभा कुमार बनर्जी, एक कंपनी के तत्कालीन संस्थापक निदेशक लक्ष्मण श्रीनिवासन और दो अन्य को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि ओडिशा में लोगों को लुभाने के लिए 565 करोड़ रुपये की जमा राशि अवैध रूप से जमा की गई थी, उच्च रिटर्न का वादा किया गया था, लेकिन परिपक्वता राशि का भुगतान नहीं किया गया था। इन सभी के संबंध कोलकाता से हैं और ये सभी यहाँ छिपकर रह रहे थे। इन्होंने ना केवल ओडिशा बल्कि पश्चिम बंगाल, झारखंड और आसपास के राज्यों में भी अपने चिटफंड के जाल फैलाए थे। इनसे पूछताछ की जा रही है।