कोलकाता : राज्य सरकार के ग्रुप डी में भर्ती में कथित अनियमित्ता के विरोध में आंदोलनरत प्रदर्शनकारियों ने रविवार को अदृश्य लक्ष्मी पूजा की। वे लक्ष्मी की मूर्ति के बिना फूलों से पूजा करते नजर आये। उनका दावा है कि अगर नौकरी नहीं है तो पैसा नहीं है इसलिए वे आज लक्ष्मी पूजा के दिन अदृश्य लक्ष्मी की पूजा कर रहे हैं क्योंकि वर्षों की मांग के बावजूद उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि जैसे ही राज्य सरकार ग्रुप डी का भर्ती पत्र जारी करेगी, वे उसी वर्ष से लक्ष्मी की मूर्ति की पूजा शुरू कर देंगे।
गौरतलब है कि एसएससी के ग्रुप सी, ग्रुप डी और राज्य सरकार के ग्रुप डी नौकरी के उम्मीदवारों का संयुक्त विरोध रेड रोड पर मातंगिनी हाजरा प्रतिमा के सामने जारी है। एसएससी ग्रुप-सी और ग्रुप-डी भर्ती अधिसूचना 2016 जारी हुई थी और परीक्षा 2017 में हुई थी। एसएससी ग्रुप-सी और ग्रुप-डी नौकरी के उम्मीदवारों ने अदालत की अनुमति से धरना शुरू कर दिया है जबकि राज्य सरकार के ग्रुप-डी नौकरी के उम्मीदवारों का धरना प्रदर्शन अगस्त के महीने से जारी है।
इस बीच, एसएससी एसएलएसटी नौकरी के उम्मीदवार कोलकाता में मेयो रोड पर गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि, मैदान पुलिस ने शनिवार को पूजा कार्निवल के दौरान मूर्तियों और पंडाल के साथ रंगारंग जुलूस के लिए मेयो रोड से नौकरी के उम्मीदवारों के आंदोलन को वापस लेने का आदेश दिया था। वर्ष 2016 एसएससी नौकरी के उम्मीदवारों ने कहा है कि नियुक्ति पत्र मिलने तक आंदोलन जारी रहेगा।
एसएससी भ्रष्टाचार को लेकर नौकरी उम्मीदवारों का आंदोलन रविवार को 529वें दिन में प्रवेश कर गया। दुर्गा पूजा के दौरान भी उन्होंने अपना आंदोलन नहीं रोका।
दूसरी ओर, सीबीआई और ईडी भर्ती भ्रष्टाचार की जांच कर रहे हैं। पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके अलावा स्कूल शिक्षक भर्ती मामले में अभियुक्त शांतिप्रसाद सिन्हा, कल्याणमय गांगुली और अशोक कुमार साहा के साथ बुधवार को पार्थ चटर्जी की भी सुनवाई हुई थी। उस दिन कोर्ट ने उन्हें और तीन लोगों को 14 दिन जेल में रखने का आदेश दिया है। मामले की अगली सुनवाई 19 अक्टूबर को है।