कोलकाता : महानगर कोलकाता में डेंगू की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के एक सूत्र ने सोमवार को बताया है कि अब तक शहर में गत 5 अक्टूबर तक 2800 लोग डेंगू की चपेट में आ चुके हैं।
एक अधिकारी के अनुसार, वर्ष 2019 में इसी अवधि के दौरान शहर में 1,630 डेंगू के मामले दर्ज किए गए थे। कोरोना की वजह से इसी अवधि के दौरान 2020 और 2021 में डेंगू के मामलों के आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं।
अधिकारी ने बताया कि महानगर में पहले 40 हफ्तों में डेंगू के 654 मामले सामने आए हैं, जो 2018 के बाद से सबसे ज्यादा है। 2019 में, बंगाल में कुल 6,157 डेंगू के मामले दर्ज किए गए थे। उन्होंने कहा कि कोलकाता के साथ-साथ अन्य पड़ोसी घनी आबादी वाले क्षेत्रों में भी डेंगू तेजी से फैल रहा है। कोलकाता में हमने डेंगू के मामलों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि देखी है। जनवरी के बाद से हमने अकेले कोलकाता में 2,800 मामले पाए हैं जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है।
रविवार को, बंगाल में राज्य के विभिन्न हिस्सों से डेंगू के 792 नए मामले सामने आए। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने इस साल बढ़े हुए मॉनसून का जिक्र करते हुए महानगर और राज्य के अन्य हिस्सों में और उसके आसपास डेंगू के मामलों की संख्या में और वृद्धि होने की आशंका व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि इस साल मानसून अभी भी जारी है और इस वजह से डेंगू के मामलों की संख्या बढ़ने की संभावना है। बारिश के कारण रुका हुआ पानी साफ नहीं हो पा रहा है और मच्छरों के पनपने का ठिकाना बना हुआ है। इस त्योहारी सीजन के बाद हमारा मानना है कि डेंगू की स्थिति और खराब होगी। हालात को संभालने के लिए कोलकाता नगर निगम की ओर से कर्मचारियों को घर-घर भेजा जा रहा है ताकि जागरुकता अभियान चलाया जा सके।