कोलकाता : केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एएनआई) को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के इकबालपुर थाना अंतर्गत मोमिनपुर में 9 अक्टूबर (ईद मिलाद-उन-नबी) को हुई हिंसा की जांच करने का आदेश दिया है। एजेंसी ने नई एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इससे पहले इस हिंसा की जांच कोलकाता पुलिस कर रही थी लेकिन कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश पर एसआईटी का गठन किया गया है।
कलकत्ता हाई कोर्ट ने एनआईए जांच का फैसला केंद्र सरकार पर छोड़ा था। इसके बाद गृह मंत्रालय ने इसकी अनुमति दी। एनआईए की टीम बुधवार की सुबह कोलकाता पहुंच चुकी है। वह इकबालपुर पुलिस स्टेशन जाएगी। यहां दर्ज की गई प्राथमिकी की प्रति लेगी। इसके अलावा हाई कोर्ट के आदेश पर गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) की जांच रिपोर्ट की प्रति लेगी। एसआईटी ने पांच अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की थीं। इनकी प्रति एनआईए को सौंपी जानी है। इस मामले में कुल 45 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
हिंसा की पृष्ठभूमिः ईद मिलाद-उन-नबी के दिन ही लक्ष्मी पूजा थी। बंगाली समुदाय लक्ष्मी पूजा का पर्व मना रहा था। आरोप है कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने जबरदस्ती हिंदुओं के घरों और दुकानों पर इस्लामी झंडे लगा दिए। हिंदुओं ने इन झंडों को उतार दिया। इससे खफा अल्पसंख्यक समुदाय के लोग हिंसक हो गए। हिंसक भीड़ ने तोड़फोड़, आगजनी और लूटपाट की। रात का अंधेरा पसरते ही बम फेंके। पुलिस को हालात संभालने में पसीना आ गया। डीसी रैंक समेत कई पुलिस अधिकारी इस हमले में घायल हुए थे। इसके बाद कई पीड़ित परिवार यहां से पलायन कर गए।