कोलकाता : सोमवार को कालीपूजा व दीपावली के दिन कोलकाता के कालीघाट शक्तिपीठ, बीरभूम के तारापीठ और उत्तर 24 परगना के दक्षिणेश्वर मंदिर में देवी आदिशक्ति की पूजा के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है। इन जगहों पर माँ की पूजा भवतारिणी यानी भवसागर पार कराने वाली माँ के रूप में हुई है।
कालीघाट मंदिर के पुरोहित ने बताया कि रविवार की रात 10:30 बजे के बाद अमावस्या थी इसीलिए रात के समय पूजा नहीं हो सकी थी। इसके कारण सोमवार की सुबह के समय बड़ी संख्या में दर्शनार्थियों और श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ गई थी। मिष्ठान, चावल और अन्य भोग से माँ काली की पूजा की गई है।
कालीघाट के अलावा दक्षिणेश्वर मंदिर में भी सुबह पांच बजे से ही पूजा करने वालों की लंबी कतार लगी थी। सुबह मंगला आरती के समय मंदिर का कपाट बंद था और जैसे ही आरती पूरी हुई, कपाट खोल दिया गया।
पुरोहित ने बताया कि ना केवल पश्चिम बंगाल बल्कि देश के अन्य हिस्सों से भी कई लोगों को यहां पूजा पाठ करने के लिए दीपावली के दिन पहुंचे हैं। राज्य सरकार द्वारा नवनिर्मित भोगगृह में सबके लिए प्रसाद बनाया गया है जिसे पूजा करने वाले श्रद्धालुओं को दिया गया है। खास बात यह है कि दोपहर 2:30 बजे तक पूजा का शुभ मुहूर्त होने की वजह से बड़ी संख्या में सोमवार को दर्शनार्थियों की भारी भीड़ इन मंदिरों में उमड़ी है।