नयी दिल्ली : देश में 8 नवंबर यानी मंगलवार को पूर्ण चंद्र ग्रहण लगेगा। चंद्रोदय के समय ग्रहण भारत में सभी स्थानों से दिखाई देगा। हालांकि ग्रहण की आंशिक एवं पूर्णावस्था की शुरुआत भारत के किसी भी स्थान से दिखाई नहीं देगी क्योंकि यह घटना भारत में चंद्रोदय के पहले ही शुरू होगी।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अनुसार ग्रहण भारतीय समयानुसार दोपहर 2.39 बजे पर शुरू होकर शाम 6.19 बजे खत्म होगा। देश में पूर्ण चंद्रग्रहण अपराह्न 3.46 बजे से देखा जाएगा, जो शाम 5.12 बजे तक देखा जा सकेगा।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अनुसार ग्रहण की पूर्णावस्था एवं आंशिक अवस्था दोनों ही का अंत देश के पूर्वी हिस्सों से दिखाई देगा। देश के बाकी हिस्सों से आंशिक अवस्था का केवल अंत ही दिखाई देगा। देश के पूर्वोत्तर शहर कोलकाता एवं गुवाहाटी में चंद्रोदय के समय ग्रहण के प्रारंभिक समय से लेकर पूर्णावस्था के अंत तक की अवधि 20 मिनट की होगी जबकि चंद्रोदय के समय से लेकर ग्रहण की आंशिक अवस्था के अंत तक की अवधि 1 घंटा 27 मिनट की होगी। गुवाहाटी में चंद्रोदय के समय से लेकर पूर्णावस्था के अंत तक की अवधि 38 मिनट की होगी जबकि वहां चंद्रोदय के समय से लेकर ग्रहण की आंशिक अवस्था के अंत तक की अवधि 1 घंटा 45 मिनट की होगी।
अन्य शहरों दिल्ली, मुम्बई, चेन्नई एवं बेंगलुरु में पूर्णावस्था के अंत के उपरांत चंद्रोदय होगा एवं उस समय आंशिक ग्रहण चल रहा होगा तथा उपर्युक्त शहरों में चंद्रोदय के समय से लेकर ग्रहण की आंशिक अवस्था के अंत तक की अवधि क्रमश: 50 मिनट, 18 मिनट, 40 मिनट एवं 29 मिनट तक की होगी। ग्रहण दक्षिण अमेरिका, उत्तरी अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, एशिया, उत्तर अटलांटिक महासागर तथा प्रशांत महासागर के क्षेत्रों में दिखाई देगा।
उल्लेखनीय है कि भारत में दिखाई देना वाला अगला चंद्र ग्रहण अगले साल 28 अक्टूबर को लगेगा जो कि आंशिक होगा। भारत में पिछला चंद्र ग्रहण 19 नवम्बर, 2021 को लगा था, जो आंशिक चंद्र ग्रहण था।
कैसे होता है चंद्र ग्रहण
चंद्र ग्रहण पूर्णिमा के दिन पृथ्वी के सूर्य एवं चंद्रमा के बीच में आने पर घटित होता है। पूर्ण चंद्र ग्रहण तब घटित होता है जब चंद्रमा पूर्णतया पृथ्वी की छाया से ढक जाता है।