कोलकाता : महानगर के पूजा पंडालों में रात के समय होने वाली भीड़ किसी से छिपी नहीं है। हालांकि कोविड की वजह से इस बार पूजा में लोग रात की जगह दिन में ही घूमने निकल रहे हैं। कसबा के बोसपुकुर स्थित शीतला मंदिर के पूजा मंडप में भी लोगों की भीड़ उमड़ती है। रविवार की सुबह करीब 9 बजे हुगली जिले के उत्तरपाड़ा निवासी संजय बनर्जी अपने 72 वर्षीय पिता विकास बनर्जी को लेकर इसी पंडाल में घूमने आए थे। घूमने के दौरान वृद्ध पिता अपने बेटे से बिछड़ गए। उनके पास मोबाइल भी नहीं था। संजय ने खोए हुए पिता को आस-पास तलाशने की भरपूर कोशिश की लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। विद्यासागर ट्रैफिक गार्ड के अतिरिक्त प्रभारी, इंस्पेक्टर सैबाल पाल पंडाल के पास ही ड्यूटी पर तैनात थे। संजय ने जब उन्हें पिता के खो जाने की सूचना दी तो उन्होंने बिना एक पल गंवाए सार्जेण्ट मलय कुमार पाल को निर्देश दिया कि वे अपनी मोटरसाइकिल पर संजय को बैठाकर आस-पास के इलाके में विकास बनर्जी की तलाश करें। आधे घंटे की आस-पास के इलाके में भटकने के बाद अंततः रासबिहारी क्रॉसिंग के पास स्थित एक दवाई दुकान के सामने विकास बनर्जी मिल गए। कोलकाता ट्रैफिक पुलिस की तत्परता से संजय अपने पिता के साथ मुस्कुराते हुए घर की ओर रवाना हुए।