कोलकाता : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री अखिल गिरी के बयान का देशभर में चौतरफा विरोध होने के बाद आखिरकार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को माफी मांगनी पड़ी हैं। ममता ने मंत्री गिरी को ऐसी टिप्पणी करने से बचने की सलाह दी।
सोमवार को राज्य सचिवालय में उच्चस्तरीय बैठक के बाद पत्रकारों से वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राष्ट्रपति मुर्मू के खिलाफ मंत्री गिरी की आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए माफी मांगी। ममता ने कहा कि राष्ट्रपति बहुत ही सुंदर महिला हैं। अखिल गिरी ने बयान देकर बहुत बड़ा अन्याय किया है। मैं उनकी निंदा करती हूं। उनकी ओर से मैं खुद माफी मांगती हूं। मुझे बेहद अफसोस है। बनर्जी ने कहा कि उन्होंने अखिल को भी सचेत किया है और साफ कर दिया है कि अगर भविष्य में इस तरह की बयानबाजी होगी तो पार्टी उनके खिलाफ कठोर कदम उठाएगी।
इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस की विधायक बीरबाहा हांसदा को लेकर भाजपा विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के बयान के सवाल पर उन्होंने कहा कि बीरबाहा भी आदिवासी परिवार की महिला हैं। वह भी एक ऐसे परिवार से आती हैं, जहां सभ्यता संस्कृति का पोषण होता रहा है। अधिकारी ने उनके लिए अमर्यादित टिप्पणी की, अखिल गिरी को शुभेंदु ने कौवा तक कहा था, यह सब भी ठीक नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी व्यक्ति बाहर से देखने में कैसा दिखता है, यह मायने नहीं रखता बल्कि वह इंसान कैसा है, यह मायने रखता है। कोई अगर हमारी पार्टी में इस तरह की बयानबाजी करता है या अन्याय करता है तो निश्चित तौर पर उसे पार्टी का साथ नहीं मिलेगा। भाजपा जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रही है, उसी राह पर सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं का चलना शोभनीय नहीं है।