दुनिया का इकलौता शहर जिसके पास यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट के तीन खिताब हैं यानी गुलाबी नगर जयपुर। 18 नवंबर 1727 को बेहतरीन योजना व बेमिसाल सज्जा के साथ आमेर के महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय के सपनों का यह शहर बनकर तैयार हुआ।
इसे दुनिया के सबसे सुनियोजित और व्यवस्थित शहरों में शुमार किया जाता है। तीन ओर से अरावली पर्वतमाला से घिरा यह शहर इतिहास और वास्तुकला का संगम है। इस अद्भुत शहर के वास्तुकार थे- विद्याधर भट्टाचार्य। उनकी वास्तुकला संबंधी मेधा, इस शहर के जर्रे-जर्रे में समायी हुई है। बढ़ती आबादी के साथ नागरिक सुविधाओं, वर्षाजल संरक्षण व निकासी तक की व्यवस्था इसका प्रमाण है।
साल 1876 में इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ और प्रिंस ऑफ वेल्स युवराज अल्बर्ट ने जयपुर का दौरा किया तब उनके स्वागत में राजा ने जयपुर शहर को गुलाबी रंग से पुतवा दिया। तभी से इसे पिंक सिटी कहा जाने लगा।