कोलकाता : डॉ. सीवी आनंद बोस ने पश्चिम बंगाल के नए राज्यपाल के तौर पर बुधवार की सुबह शपथ ली। राजभवन में कलकत्ता हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति प्रकाश श्रीवास्तव ने उन्हें पद एवं गोपनीयता शपथ दिलायी। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राज्य सरकार के मंत्री और विधायकों के अलावा पूर्व राज्यपाल गोपाल कृष्ण गांधी तथा उनकी पत्नी उपस्थिति रहीं।
शपथ ग्रहण के बाद राज्यपाल ने मुख्यमंत्री बनर्जी, राज्य सरकार के मंत्रियों और माकपा, कांग्रेस के नेताओं से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने उन्हें नीले रंग की हांडी में रसगुल्ला उपहार के तौर पर दिया और आश्वस्त किया कि सरकार उनके साथ बेहतर तालमेल बनाकर काम करेगी।
शामिल नहीं हुए शुभेंदु अधिकारी
नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी आमंत्रण के बावजूद शपथ ग्रहण समारोह में नहीं पहुंचे, जिसको लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। एक दिन पहले उन्होंने इस बात की घोषणा की थी कि वह शपथ ग्रहण कार्यक्रम में जाएंगे, लेकिन बुधवार सुबह एक के बाद एक दो ट्वीट कर उन्होंने बताया कि भाजपा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने वाले कृष्णा कल्याणी और विश्वजीत कुंडू के पास उनके बैठने की व्यवस्था की गई थी इसलिए वह कार्यक्रम में नहीं जाएंगे।
Heartiest Congratulations to Dr CV Ananda Bose as he takes oath as the Governor of West Bengal.
The Information & Cultural Affairs Dept; WB Govt has made the arrangements for the oath taking ceremony.
Seating arrangements as per the Minister in Charge @MamataOfficial's whim: pic.twitter.com/ovbTMqGsif— Suvendu Adhikari • শুভেন্দু অধিকারী (@SuvenduWB) November 23, 2022
आनंद बोस भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1977 बैच के केरल कैडर के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें 17 नवंबर को पश्चिम बंगाल के नए राज्यपाल के रूप में नामित किया था। वर्ष 2011 में सेवानिवृत्ति के बाद आनंद बोस कोलकाता में राष्ट्रीय संग्रहालय के प्रशासक के रूप में काम कर चुके हैं। उनकी नियुक्ति की घोषणा के बाद मुख्यमंत्री बनर्जी ने भी फोन कर उन्हें बधाई दी थी और हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया था। हालांकि ऐसा देखा गया है कि राजभवन के साथ पश्चिम बंगाल सरकार का बर्ताव अमूमन टकराव वाला रहा है।