कोलकाता : पश्चिम बंगाल में चल रही मां दुर्गा की भव्य आराधना का मंगलवार को सातवां दिन यानी सप्तमी है। शास्त्रों के नियमानुसार कैलाश से उतरने के बाद आज मां दुर्गा आधिकारिक तौर पर अपने मां के घर पहुंच जाती हैं। उनके साथ उनके पुत्र गणेश, कार्तिक, लक्ष्मी और सरस्वती भी रहते हैं। मंगलवार को सप्तमी की शुरुआत के साथ ही गंगा में स्नान, नई पत्रिका का विमोचन और मां की प्राण प्रतिष्ठा की शुरुआत हो गई है। सुबह से ही बंगाल के हर गली चौराहे में शंख की आवाज गूंज रही है। ढांकियों की ढाक पर थाप पड़ रहे हैं और वातावरण में धूप और चंदन की खुशबू घुली हुई है। जगह-जगह माइक्रोफोन पर मां के मंत्रों की गूंज सुनी जा सकती है। वैसे तो बंगाल में लोग तृतीया के दिन से ही पूजा पंडालों को देखने के लिए घरों से बाहर निकलने लगे थे। एक दिन पहले षष्ठी को काफी भीड़ सड़कों पर थी। आज सप्तमी है तथा इस दिन सबसे अधिक भीड़ होती है। इस अवसर पर सुरक्षा के मद्देनजर कोलकाता पुलिस ने 15 हजार अतिरिक्त जवानों की तैनाती की है। सादी वर्दी में भी भीड़ के बीच पुलिसकर्मी सुरक्षा के लिहाज से तैनात किए गए हैं।
प्रधानमंत्री का ट्वीट
“मां कालरात्रि से प्रार्थना है कि सारी बाधाओं को दूर कर वे हर किसी के जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य लेकर आएं।”
मां कालरात्रि से प्रार्थना है कि सारी बाधाओं को दूर कर वे हर किसी के जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य लेकर आएं। pic.twitter.com/huqTvL1G62
— Narendra Modi (@narendramodi) October 12, 2021