कोलकाता : पश्चिम बंगाल सरकार के शिक्षा विभाग की ओर से रविवार राज्य भर में टेट यानी प्राथमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया ल। इस परीक्षा के पहले से ही प्रश्न पत्र के लीक होने के आरोप लग रहे थे। रविवार को पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने टेट परीक्षा के संपन्न होने के बाद प्रश्न पत्र के लीक होने के सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी पर जमकर निशाना साधा।
रविवार को विकास भवन स्थित अपने कार्यालय में मौजूद शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने कहा कि यदि नेता प्रतिपक्ष को प्रश्न पत्र के खरीद-फरोख्त की जानकारी मिली थी तो उन्हें इसकी सूचना संबंधित विभाग या पश्चिम बंगाल सरकार को देनी चाहिए थी। यदि उन्हें टेट प्रश्न पत्र से संबंधित किसी प्रकार का कॉल आया है तो वह नंबर हमें दिया जाना चाहिए था, ताकि हम मामले की जांच कर सके। वह इस राज्य के विपक्ष के नेता है और यहां की जनता उनके सहयोग की उम्मीद करती है। नेता प्रतिपक्ष को इन सब मामलों में सरकार की सहायता करनी चाहिए ताकि परीक्षा में किसी भी तरह की त्रुटि ना रह जाए, लेकिन वह ऐसा कुछ करने की बजाय अफवाहों को हवा दे रहे हैं।
वहीं रविवार को हुए टेट परीक्षा में लगभग सात लाख परीक्षार्थियों ने हिस्सा लिया। परीक्षा के दौरान कड़ी सुरक्षा के भी इंतजाम किए गए। इस संबंध में शिक्षा मंत्री ने कहा कि वर्ष 2012 में जब टेट परीक्षा हुई थी तब भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी, लेकिन आज के समय में हर किसी के पास मोबाइल है जिसके कारण परीक्षा के दौरान किसी प्रकार की धांधली या भ्रष्टाचार होने की संभावना अत्यधिक बढ़ जाती है। ऐसे में निगरानी और अधिक बढ़ा दी गई है। इसके अलावा शिक्षा मंत्री ने प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में कहा कि जो तस्वीरें सोशल मीडिया पर दिख रही हैं। वह वास्तव में एक नकली प्रश्नपत्र की तस्वीर है। इस संबंध में मैंने स्वयं बोर्ड के अधिकारियों से बात की उन्होंने यह स्पष्ट किया कि जो तस्वीर वायरल हो रही है वह नकली है। इसका टेट प्रश्न पत्र से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि टेट प्रश्न पत्र के लीक होने की अफवाह फैला कर वास्तव में ममता सरकार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।