बीरभूम : बगटुई नरसंहार मामले में गिरफ्तार लालन शेख की सीबीआई की हिरासत में मौत के करीब एक हफ्ते बाद बीरभूम की तृणमूल सांसद शताब्दी रॉय रविवार की सुबह बगटुई गांव पहुंची। यहां उन्होंने लालन शेख की पत्नी रेशमा बीबी से मुलाकात की। हालांकि इलाके का कोई तृणमूल नेता उनके साथ नजर नहीं आया। अचानक से तृणमूल सांसद को अपने सामने देख रेशमा बीबी सन्न रह गई। मृतक लालन की पत्नी रेशमा बीबी ने शताब्दी को देखकर आभार व्यक्त किया।
रेशमा ने उनका हाथ पकड़ लिया और कहा कि आप पहली नेता हैं जो इतनी दूर यहां तक आई हैं। आप से पहले कोई नहीं आया किसी ने भी हमारी सुध तक नहीं ली। रेशमा बीबी ने सांसद के समक्ष कहा कि उसके पति की हत्या सीबीआई ने सुनियोजित तरीके से की है। अगर लालन को कानूनन सजा मिली होती तो उसे इस बात का मलाल न होता लेकिन रेशमा अपने पति की मौत को इस तरह स्वीकार नहीं कर सकती। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें राज्य सरकार और सीआईडी पर भरोसा है, लालन शेख की मौत का सच जरूर सामने आएगा। शताब्दी राय ने रेशमा बीबी को हर तरह से उनके साथ खड़े होने का आश्वासन दिया है।
उल्लेखनीय है कि मार्च महीने में रामपुरहाट के बगटुई नरसंहार की घटना के बाद से एक अभियुक्त लालन शेख फरार चल रहा था। लेकिन वह जांच कर रही सीबीआई की निगरानी में था। लालन को सीबीआई ने तीन दिसंबर की रात को गिरफ्तार किया था।
जांचकर्ताओं ने कहा कि पैसे खत्म होने के कारण लालन इलाके में आया था। तभी उसे गिरफ्तार कर लिया गया। रामपुरहाट में सीबीआई के अस्थायी कैंप में लालन से हिरासत में पूछताछ की जा रही थी। सोमवार यानी 12 दिसंबर को कैंप के शौचालय से लालन शेख का लटका हुआ शव बरामद किया गया। इस घटना को लेकर राजनीति तेज हो गई। उस समय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शिलांग के दौरे पर थीं। वहां से उन्होंने सवाल किया कि सीबीआई की हिरासत में लालन शेख की मौत कैसे हुई। इस बीच लालन की पत्नी ने सीबीआई के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी है। मौत की जांच सीआईडी कर रहा है।